श्रीलंका: नई दिल्ली। श्रीलंका में बेकाबू आर्थिक हालात और बढ़ती अराजकता के बीच राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने राष्ट्र को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि हमारा देश इस समय आर्थिक और राजनीतिक संकट का सामना कर रहा है. राष्ट्रपति गोटबाया ने आगे कहा कि राजनीतिक दल और देश के प्रमुख लोग सुझाव दे रहे […]
नई दिल्ली। श्रीलंका में बेकाबू आर्थिक हालात और बढ़ती अराजकता के बीच राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने राष्ट्र को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि हमारा देश इस समय आर्थिक और राजनीतिक संकट का सामना कर रहा है. राष्ट्रपति गोटबाया ने आगे कहा कि राजनीतिक दल और देश के प्रमुख लोग सुझाव दे रहे हैं कि सभी राजनीतिक दलों के सदस्यों के साथ गठबंधन कर सरकार बनाया जाए।
राष्ट्रपति गोटबाया ने अपने संबोधन में कहा कि पिछले की दिनों से मैं गठबंधन सरकार बनाने की कोशिश कर रहा हूं और गठबंधन सरकार के सुझाव से मैं भी सहमत हूं. उन्होंने आगे कहा कि इस मुश्किल समय में मैं ये फैसला ले रहा हूं कि इसी हफ्ते श्रीलंका के नए प्रधानमंत्री की नियुक्ति की जाएगी।
राष्ट्र संबोधन में राष्ट्रपति गोटबाया ने कहा कि नये प्रधानमंत्री और सरकार के गठन के बाद संविधान में 19वें संशोधन की सामग्री बनाने के लिए एक संवैधानिक संशोधन संसद में पेश किया जाएगा जो संसद की शक्तियों को और बढ़ाएगा. उन्होंने कहा आगे कि मैं एक युवा मंत्रिमंडल नियुक्ति करूंगा. जिसमें राजपक्षे परिवार का कोई सदस्य शामिल नहीं होगा।
गौरतलब है कि श्रीलंका आजादी के बाद से अपने सबसे बड़े आर्थिक संकट का सामना कर रहा है. देश की अर्थव्यवस्था पूरी तरह ढहने के कगार पर है. देश में ये संकट की वजह मुख्य रूप से विदेशी मुद्रा की कमी को बताया जा रहा है. मंहगाई और राजनीतिक अस्थिरता के बीच सड़कों पर उतरे लोगों बीते दिनों भारी हिंसा और आगजनी की. जिसकी वजह से प्रधानमंत्री महिंद्रा राजपक्षे को इस्तीफा देना पड़ा।
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