अयोध्या, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को अयोध्या दौरे के वक्त दलित मनीराम और बसंती के घर खाना खाने पहुंचे थे. इस दौरान मुख्यमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था में बड़ी संख्या में पुलिस बाहर मौजूद थी, लेकिन अचानक कुछ ऐसा हो गया कि अयोध्या पुलिस के पसीने छूटने लगे. दरअसल, जिस समय सीएम योगी […]
अयोध्या, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को अयोध्या दौरे के वक्त दलित मनीराम और बसंती के घर खाना खाने पहुंचे थे. इस दौरान मुख्यमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था में बड़ी संख्या में पुलिस बाहर मौजूद थी, लेकिन अचानक कुछ ऐसा हो गया कि अयोध्या पुलिस के पसीने छूटने लगे. दरअसल, जिस समय सीएम योगी दलित मनीराम के घर खाना खा रहे थे, उसी समय उस बच्ची के परिजन वहां सीएम से मिलने पहुंचे, जिसके साथ दरिंदों ने कुछ दिन पहले दुष्कर्म किया था.
बीते दिनों एक मासूम के साथ दरिंदों ने गैंगरेप किया था, जिसके बाद लंबे समय तक लखनऊ मेडिकल कॉलेज में मौत से जूझने के बाद वह घर तो आ गई, लेकिन अब उसकी जीवन की सारी खुशियां छिन चुकी हैं. इस मामले में सीसीटीवी कैमरे की मदद से पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया है, लेकिन घरवालों का कहना है कि इस घटना में दो और अभियुक्त शामिल हैं जिन्हें अब तक पकड़ा नहीं गया है. यह बात लखनऊ मेडिकल कॉलेज में जिंदगी और मौत की जंग लड़ते हुए बच्ची ने खुद बताई थी. परिवार वाले बीते कुछ समय से लगातार पुलिस से बाकी दो आरोपियों को गिरफ्तार करने की फ़रियाद कर रहे हैं, लेकिन अब तक इस मामले में पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया है. इसीलिए पीड़िता के माँ-बाप इस सिलसिले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने पहुंचे थे.
शुक्रवार को बच्ची के परिजन हाथ जोड़कर रो-रोकर मुख्यमंत्री से मिलने की फरियाद करते रहे. कभी इधर तो कभी उधर हाथ जोड़ते हुए वहां मौजूद पुलिसकर्मियों से मुख्यमंत्री से बस दो मिनट के लिए मिलने की गुहार लगाते रहे, उधर अयोध्या पुलिस उनकी मांग से परेशान होकर बार-बार कहती रही बाद में मिला देंगे. मुख्यमंत्री रात में रुकेंगे तब आपको मिला देंगे. लगभग 10 मिनट के इस पूरे घटनाक्रम के दौरान पुलिस उनकी फरियाद से परेशान रही. जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मनीराम के घर से भोजन करने के बाद अपनी गाड़ी में बैठ रहे थे, उस समय भी बच्ची के परिजनों ने पीछे-पीछे दौड़ लगाई, मिलने के लिए चिल्लाया, लेकिन किसी ने उनकी एक न सुनी और मुख्यमंत्री का काफिला आगे बढ़ गया.
केजरीवाल का नया प्लान: मुफ्त बिजली सबको नहीं, पूछेंगे विकल्प