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पटियाला जुलूस विवाद: जानिए जुलूस विवाद की पूरी सच्चाई, अब कैसा है वहां का माहौल

पंजाब। पटियाला में कुछ गर्म दिमाग वाले सिख युवकों ने शिवसेना बाल ठाकरे के खालिस्तान मुर्दाबाद मार्च के खिलाफ भी मार्च निकाला,  जिसमें उन्होंने शिवसैनिकों को बंदर सेना का नाम देते हुए मुर्दाबाद के नारे लगाए. उन्होंने कहा कि वह शिवसैनिकों के इस मार्च का पुरजोर विरोध करेंगे. सीएम मान ने की घटना की निंदा […]

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पटियाला जुलूस विवाद: जानिए जुलूस विवाद की पूरी सच्चाई, अब कैसा है वहां का माहौल
  • April 29, 2022 2:50 pm Asia/KolkataIST, Updated 3 years ago

पंजाब। पटियाला में कुछ गर्म दिमाग वाले सिख युवकों ने शिवसेना बाल ठाकरे के खालिस्तान मुर्दाबाद मार्च के खिलाफ भी मार्च निकाला,  जिसमें उन्होंने शिवसैनिकों को बंदर सेना का नाम देते हुए मुर्दाबाद के नारे लगाए. उन्होंने कहा कि वह शिवसैनिकों के इस मार्च का पुरजोर विरोध करेंगे.

सीएम मान ने की घटना की निंदा

वहीं, सीएम भगवंत मान ने घटना की निंदा की. उन्होंने कहा कि क्षेत्र में शांति बहाल कर दी गई है. हम किसी को भी राज्य में अशांति पैदा नहीं करने देंगे.पंजाब की शांति और सद्भाव अत्यंत महत्वपूर्ण है. उन्होनें मामले को लेकर प्रदेश के डीजीपी से बातचीत भी की है.

आईजी ने की लोगों से शांति की अपील

आईजी पटियाला रेंज राकेश कुमार अग्रवाल ने भी लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है. राकेश अग्रवाल ने कहा कि अफवाहों पर ध्यान न दें. फिलहाल शांति कायम है. यह पूछे जाने पर कि कितने लोग घायल हुए हैं.राकेश अग्रवाल ने कहा कि अभी उनका फोकस शांति बनाए रखने पर है.

वहीं काली माता मंदिर में स्थिति तनावपूर्ण हो गई. हिंदू और सिख संगठनों में भी पथराव हुआ. मौके पर पहुंचे एसएसपी ने हालातों को काबू करने के लिए हवाई फायरिंग की. इस दौरान एक हिंदू नेता और थाना त्रिपदी के एसएचओ कर्मवीर सिंह घायल हो गए.

जानकारी के अनुसार खालिस्तान समर्थकों ने एसएचओ पर तलवार से हमला कर दिया. स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए पुलिस ने करीब 15 राउंड हवाई फायरिंग की. पुलिस की ओर से अभी भी फायरिंग जारी है. काली माता मंदिर के बाहर भारी संख्या में खालिस्तान समर्थक जमा हो गए हैं.

ये है पूरा मामला

बता दें कि शिवसेना बालठाकरे के पंजाब कार्यकारी अध्यक्ष हरीश सिंगला के नेतृत्व में खालिस्तान मुर्दाबाद मार्च, आर्य समाज चौक से निकाला गया था. शिवसैनिक खालिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए चल रहे थे. हरीश सिंगला ने कहा कि शिवसेना कभी भी पंजाब को खालिस्तान नहीं बनने देगी और किसी को खालिस्तान का नाम नहीं लेने देगी.

सिंगला ने कहा कि सिखों के न्याय के संयोजक गुरपतवंत पन्नू ने 29 अप्रैल को खालिस्तान के स्थापना दिवस के रूप में घोषित किया है. इनका जवाब देने के लिए शिवसेना ने 29 अप्रैल को खालिस्तान मुर्दाबाद मार्च निकालने का भी ऐलान किया था. वहीं मार्च की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में खालिस्तान समर्थक पहुंच गए. इधर डीसी ने कुछ मीडिया चैनलों पर चल रहे थाने के एसएचओ का हाथ काटने की खबरों का खंडन किया है. डीसी ने कहा है कि ऐसी कोई घटना नहीं हुई या यह महज अफवाह है.

पटियाला में श्री काली देवी मंदिर के बाहर पथराव के बाद फिलहाल श्री काली देवी मंदिर को श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया गया है और भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है.

इधर आईजी पटियाला रेंज राकेश कुमार अग्रवाल के साथ डीसी साक्षी साहनी और एसएसपी नानक सिंह ने मौके का जायजा लिया है और कहा है कि पुलिस की फायरिंग और अफवाह के बाद मौके की जांच की जाएगी.

फिलहाल डीसी साक्षी साहनी ने शांति बहाल करने के लिए दोनों संगठनों के नेताओं की बैठक बुलाई है. डीसी ने आईजी के साथ पटियाला वासियों से शांति व्यवस्था कायम रखने में प्रशासन का सहयोग करने की अपील की है. फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है, अब तक एक पुलिस कर्मचारी और एक सिख संगठन का एक सदस्य घायल होने की खबर मिल रही है.

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