पश्चिम बंगाल। सीमा सुरक्षा बल के अधिकार क्षेत्र को बढ़ाने के मुद्दे पर बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक बार फिर बीएसएफ के खिलाफ कड़ा विरोध जताया है. मुख्यमंत्री ने बुधवार को कूचबिहार जिले के एसपी को बीएसएफ को सीमा के 50 किलोमीटर के दायरे में प्रवेश नहीं करने देने का निर्देश दिया. ममता […]
पश्चिम बंगाल। सीमा सुरक्षा बल के अधिकार क्षेत्र को बढ़ाने के मुद्दे पर बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक बार फिर बीएसएफ के खिलाफ कड़ा विरोध जताया है. मुख्यमंत्री ने बुधवार को कूचबिहार जिले के एसपी को बीएसएफ को सीमा के 50 किलोमीटर के दायरे में प्रवेश नहीं करने देने का निर्देश दिया. ममता ने यह निर्देश प्रदेश के सभी जिलों के डीएम और एसपी के साथ वर्चुअल समीक्षा बैठक के दौरान दिया.
दूसरी ओर ममता के बीएसएफ को 50 किमी में प्रवेश करने की अनुमति नहीं संबंधी बयान को लेकर, बीएसएफ पूर्वी कमान के एडीजी वाईबी खुरानिया ने कहा है कि वह केंद्र सरकार के निर्देशों का पालन करते रहेंगे. गौरतलब है कि केंद्र ने पिछले साल अक्टूबर में अंतरराष्ट्रीय सीमा के अंदर पश्चिम बंगाल, पंजाब और असम में बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र को 15 किलोमीटर से बढ़ाकर 50 किलोमीटर कर दिया था, जिसका ममता विरोध कर रही हैं. इसके साथ ही ममता ने बीएसएफ पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
उन्होंने कहा कि बीएसएफ के जवान गांवों में घुसकर निर्दोष लोगों की हत्या कर रहे हैं. इसके बाद उनके शवों को दूसरी तरफ बांग्लादेश या अन्य जगहों पर फेंक दिया जाता है. बीएसएफ वालों को इसकी इजाजत नहीं देनी चाहिए. उन्होंने कहा कि ये लोग पशु तस्करों के नाम पर लोगों को मारकर दूसरे इलाकों में फेंक रहे हैं. ममता ने कहा- जब मैं रेल मंत्री थी, मैंने ऐसे कई मामले देखे हैं. और यह भी देखा है कि कैसे शवों को गायब किया जाता है.
आपको बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब ममता ने बीएसएफ का विरोध किया है. इससे पहले भी वह कई मौकों पर मोर्चा खोल चुकी हैं.
इससे पहले कुछ महीने पहले नदिया जिले में एक प्रशासनिक बैठक के दौरान उन्होंने अधिकारियों से बीएसएफ की गतिविधियों पर नजर रखने को कहा था. उन्होंने पुलिस को यह भी निर्देश दिया था कि वह बीएसएफ को अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर काम करने की अनुमति न दे क्योंकि कानून-व्यवस्था राज्य का विषय है. सीमा में 50 किलोमीटर तक के इलाके में बीएसएफ की गिरफ्तारी, तलाशी और जब्ती का ममता लगातार विरोध करती रही हैं. दरअसल ममता चाहती हैं कि बीएसएफ पुराने नियम के मुताबिक सीमा के अंदर 15 किमी से ज्यादा न जाए और उसी दायरे में काम करे. बता दें कि ममता ने बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र में बढ़ोतरी के विरोध में पीएम को पत्र लिखने से लेकर बंगाल विधानसभा से एक प्रस्ताव भी पास करवाया है.
उधर ममता के इस बयान पर कि बीएसएफ को 50 किमी में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा, बीएसएफ की पूर्वी कमान के एडीजी आईपीएस वाईबी खुरानिया ने कहा कि हमने उनका बयान नहीं सुना है. लेकिन इस संबंध में भारत सरकार द्वारा पारित आदेश हम पर लागू होता है और हम उन्हीं निर्देशों का पालन करते हुए काम करना जारी रखेंगे. वहीं, बीएसएफ द्वारा गांवों में घुसकर बेगुनाह लोगों की हत्या करने के आरोप पर उन्होंने कहा कि हमें इस पर कुछ नहीं कहना है. बस इतना कहना चाहता हूं कि बीएसएफ अपने अधिकार क्षेत्र में काम करती है और अगर ऐसी कोई शिकायत आती है तो जांच के बाद दोषी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाती है.