नई दिल्ली, तारक मेहता का उल्टा चश्मा सिर्फ एक शो नहीं है. अब ये शो दर्शकों के भावों के साथ भी जुड़ गया है. लेकिन पिछले दो एपिसोड्स में इस शो के मेकर्स से एक गलती हो चुकी है. जहां लता मंगेशकर का गाना मेकर्स की इस गलती से जुड़ा है. आखिर क्या हुई गड़बड़ […]
नई दिल्ली, तारक मेहता का उल्टा चश्मा सिर्फ एक शो नहीं है. अब ये शो दर्शकों के भावों के साथ भी जुड़ गया है. लेकिन पिछले दो एपिसोड्स में इस शो के मेकर्स से एक गलती हो चुकी है. जहां लता मंगेशकर का गाना मेकर्स की इस गलती से जुड़ा है.
टेलीविज़न के मोस्ट पॉपुलर शोज में से एक तारक मेहता का उल्टा चश्मा पिछले दिनों अपने एक एपिसोड में गलत जानकारी दे बैठा. पिछले दो एपिसोड्स में तारक मेहता में पुराने और आइकोनिक गानों को लेकर चर्चा चल रही थी. इसी बीच लता मंगेशकर का सुनहरा गीत ऐ मेरे वतन के लोगों को लेकर शो के मेकर्स ने गलत जानकारी को प्रसारित कर दिया. जहां शो में कहा गया था कि ये गाना साल 1965 में आया था. लेकिन हकीकत में ये गाना साल 1963 में रिलीज़ हुआ था. जब ये गलती सामने आयी तो इसे लेकर लोगों ने नाराज़गी जताई. जब बवाल ज़्यादा होने लगा तो शो के मेकर्स ने सामने आकर माफ़ी मांग ली.
शो के मेकर्स द्वारा मांगे गए माफीनामे को शो के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर साझा किया गया है. जहां इसमें लिखा है, हम अपने दर्शकों, फैंस और शुभचिंतकों से माफी मांगते हैं. आज (25 अप्रैल) को टेलीकास्ट हुए एपिसोड में हमने अनजाने में बताया कि लता मंगेशकर का गाना ‘ऐ मेरे वतन के लोगों’ साल 1965 में रिलीज हुआ था. हालांकि हम इस भूल को हम अब खुद ही सही करना चाहेंगे. ये गाना असल में 26 जनवरी 1963 को रिलीज हुआ था. हम आपके द्वारा मिले प्यार और सपोर्ट की सराहना करते हैं और वादा करते हैं कि भविष्य में हम ज़्यादा सतर्क रहेंगे.
इस एपिसोड में दिखाया गया है कि भिड़े अपना सरगम ऑकेस्ट्रा रिपेयर कर रहा है. वह इसी बीच कुछ गाने बजने का प्रयास करता है. लेकिन ऑर्केस्ट्रा फिक्स नहीं हो पाता जिसे बाद में बाघा फिक्स करता है और सभी संगीत नाइट के लिए तैयार होते हैं. जब भिड़े इसी बीच लता मंगेशकर का गाना ‘ऐ मेरे वतन के लोगों’ बजाता है तो इसपर दादाजी गलत जानकारी दे देते हैं.
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