पंजाब। पंजाब में सरकार के आदेश के बावजूद निजी स्कूलों में फीस, डेवलपमेंट,अपनी पसंद की दुकानों से यूनिफॉर्म और किताबें खरीदने का खेल जारी है. निजी स्कूलों द्वारा खुद से फीस वसूलने व अन्य अनियमितताओं की शिकायतें लगातार सरकार के पास जा रही हैं. शिक्षा विभाग को मिल रही है शिकायतें अब तक 720 शिकायतें […]
पंजाब। पंजाब में सरकार के आदेश के बावजूद निजी स्कूलों में फीस, डेवलपमेंट,अपनी पसंद की दुकानों से यूनिफॉर्म और किताबें खरीदने का खेल जारी है. निजी स्कूलों द्वारा खुद से फीस वसूलने व अन्य अनियमितताओं की शिकायतें लगातार सरकार के पास जा रही हैं.
अब तक 720 शिकायतें शिक्षा विभाग के पास पहुंच चुकी हैं. इन शिकायतों की सत्यता की जांच के लिए शिक्षा मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने जांच के आदेश दिए हैं. शिक्षा मंत्री का कहना है कि दोषी पाए गए निजी स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. वहीं उन स्कूलों के नाम का खुलासा करने से पहले सरकार जांच कर सत्यता की जांच करना चाहती है.यही कारण है कि शिक्षा मंत्री ने निजी स्कूलों के नाम का खुलासा नहीं किया है
बता दें मुख्यमंत्री भगवंत मान ने 30 मार्च को ऐलान किया था कि कोई भी निजी स्कूल फीस नहीं बढ़ा पाएगा. साथ ही उन्होंने निजी स्कूल प्रबंधकों को निर्देश दिया था कि वे अभिभावकों को केवल चुनिंदा दुकानों से ही किताबें और यूनिफॉर्म खरीदने के लिए बाध्य नहीं कर सकते.
सरकार के इस आदेश के बावजूद प्रदेश के निजी स्कूलों में फीस के नाम पर लूट का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है.इसको लेकर अभिभावकों ने शिक्षा मंत्री से शिकायत भी की है. अहम बात यह है कि शिक्षा मंत्री ने जांच के लिए समय सीमा तय नहीं की है.
पंजाब सरकार निजी स्कूलों की लूट से चिंतित है. सरकार ऐसे स्कूलों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के मूड में है. प्रदेश के अधिकतर निजी स्कूल सीएम के आदेश के बाद भी इन्हें मानने को तैयार नहीं हैं. अब भी अभिभावकों को विशेष दुकानों से यूनिफॉर्म और किताबें खरीदने के लिए मजबूर किया जा रहा है.