नई दिल्ली। सीबीएसई द्वारा 21 अप्रैल को जारी कक्षा 10वीं और 12वीं के संशोधित पाठ्यक्रम को लेकर विवाद शुरू हो गया है. दरअसल राहुल गांधी ने इन कक्षाओं के कुछ बदले हुए पाठ्यक्रम पर नाराजगी व्यक्त की है. राहुल गांधी ने ट्वीट कर इसे ‘नेशनल एजुकेशन श्रेडर’ बताया है. इतना ही नहीं राहुल गांधी ने […]
नई दिल्ली। सीबीएसई द्वारा 21 अप्रैल को जारी कक्षा 10वीं और 12वीं के संशोधित पाठ्यक्रम को लेकर विवाद शुरू हो गया है. दरअसल राहुल गांधी ने इन कक्षाओं के कुछ बदले हुए पाठ्यक्रम पर नाराजगी व्यक्त की है. राहुल गांधी ने ट्वीट कर इसे ‘नेशनल एजुकेशन श्रेडर’ बताया है. इतना ही नहीं राहुल गांधी ने सीबीएसई को सेंट्रल बोर्ड ऑफ सप्रेसिंग एजुकेशन का नाम दिया.
दरअसल राहुल गांधी ने एक पेपर मशीन की तस्वीर ट्वीट की है जिसमें लोकतंत्र, विविधता, कृषि पर वैश्वीकरण का प्रभाव, गुटनिरपेक्ष आंदोलन, मुगल दरबार, औद्योगिक क्रांति के साथ-साथ फैज की कविताओं को मशीन में काटे जाने जैसे विषय दिखाई दे रहे हैं. इस तस्वीर के जरिए रोजगार, सांप्रदायिक सौहार्द और संस्थाओं जैसे मुद्दों पर भी हमले को लेकर तंज कसा गया है.
गौरतलब है कि सीबीएसई बोर्ड ने सिलेबस में कई बदलाव किए हैं. मुगल दरबारों का इतिहास, अफ्रीकी-एशियाई क्षेत्रों में इस्लामी साम्राज्यों का उदय, शीत युद्ध और कृषि क्रांति इतिहास से संबंधित अध्याय राजनीतिक पाठ्यक्रम से हटा दिए गए हैं.
पहले भी राहुल साध चुके हैं निशाना
इस मामले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने 16 अप्रैल को ट्वीट कर बीजेपी और आरएसएस पर देश में नफरत फैलाने का आरोप लगाया था. राहुल ने लिखा कि बीजेपी और आरएसएस की नफरत की कीमत हर भारतीय चुका रहा है.