नई दिल्ली, कुछ ही समय पहले पाकिस्तान की सरकार में बड़ा बदलाव आया है. जहां अब पाकिस्तान में पेट्रोल और डीज़ल के दामों में भी बढ़ोतरी होने जा रही है. इसके पीछे का कारण अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ़) की सब्सिडी की मांग को वित्त मंत्री द्वारा स्वीकारना है. बढ़ेंगे पेट्रोल डीज़ल के दाम भारत में […]
नई दिल्ली, कुछ ही समय पहले पाकिस्तान की सरकार में बड़ा बदलाव आया है. जहां अब पाकिस्तान में पेट्रोल और डीज़ल के दामों में भी बढ़ोतरी होने जा रही है. इसके पीछे का कारण अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ़) की सब्सिडी की मांग को वित्त मंत्री द्वारा स्वीकारना है.
भारत में पेट्रोल डीज़ल के दामों ने तो त्राहि त्राहि मचा रखी है. लेकिन इसी बीच पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान भी इसी समस्या का सामना करने जा रहा है. बीते शुक्रवार पाकिस्तान के नए वित्त मंत्री मिफ़्ताह इस्माइल ने आईएमएफ की शर्तों पर मोहर लगा दी है. इन शर्तों में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ़) द्वारा पेट्रोल और डीज़ल पर सब्सिडी घटाने की मांग की गयी थी.
मालूम हो कि साल 2019 में आईएमएफ ने पाकिस्तान को तीन सालों के लिए 6 अरब डॉलर के क़र्ज़ को मंज़ूरी दी थी. लेकिन देश में आर्थिक सुधारों की धीमी गति को देखते हुए इसका वितरण काफी धीमी गति से किया जाने लगा. पाकिस्तान के वित्त मंत्री मिफ़्ताह इस्माइल ने बताया, “वॉशिंगटन में सालाना बैठक के दौरान आईएमएफ़ से अच्छी चर्चा हुई. उन्होंने ईंधन पर सब्सिडी बंद करने को कहा है. मैंने इसके लिए सहमति दे दी है.” उन्होंने आगे कहा, “हम अभी जितनी सब्सिडी दे रहे हैं वो आगे जारी नहीं रख सकते. इसलिए हम इसमें कटौती करने जा रहे हैं.”
पाकिस्तान के नए वित्त मंत्री ने अपने इस फैसले के जवाब. में पूर्व सरकार और पूर्व पीएम इमरान खान पर भी जमकर निशाना साधा. उनके शब्दों में, इमरान खान ने अपनी कुर्सी बचाने के लिए, बिजली और ईंधन पर भरी भरकम छूट दी, साथ ही छोटे कारोबारियों के लिए क़र्ज़ माफ़ी का भी प्रावधान किया. जिस कारण आईएमएफ का क़र्ज़ वितरण बाधित हुआ और आज ये स्थिति है.