हनुमान चालीसा विवाद: मुंबई। महाराष्ट्र में इस वक्त हनुमान चालीसा पर राजनीतिक महासंग्राम छिड़ा हुआ है. अमरावती से निर्दलीय लोकसभा सदस्य नवनीत राणा द्वारा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के आवास मातोश्री पर हनुमान चालीसा का पाठ करने के ऐलान के बाद शिवसैनिकों ने आज उनके आवास पर हंगामा खड़ा कर दिया. इसी बीच शिवसेना नेता संजय […]
मुंबई। महाराष्ट्र में इस वक्त हनुमान चालीसा पर राजनीतिक महासंग्राम छिड़ा हुआ है. अमरावती से निर्दलीय लोकसभा सदस्य नवनीत राणा द्वारा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के आवास मातोश्री पर हनुमान चालीसा का पाठ करने के ऐलान के बाद शिवसैनिकों ने आज उनके आवास पर हंगामा खड़ा कर दिया. इसी बीच शिवसेना नेता संजय राउत ने बड़ा बयान दिया है. राउत ने केंद्र सरकार को धमकी भरे अंदाज में कहा कि अगर कोई हमारे आवास पर जबरदस्ती आने का प्रयास करता है तो शिवसैनिक चुप नहीं बैठेंगे।
शिवसेना नेता ने आगे कहा कि अगर कोई बहर से आकर मातोश्री पर हनुमान चालीसा पाठ करेगा तो शिव सैनिक चुप नहीं बैठेंगे. उन्होंने कहा कि हमारे आवास पर जबरदस्ती आने का प्रयास करने वालों के उन्हीं की भाषा में जवाब में देना हमारा अधिकार है।
संजय राउत ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि महा विकास अघाड़ी सरकार को गिराकर राष्ट्रपति शासन लगाने की धमकी हमें न दे. उन्होंने कहा कि हम अपनी खिलाफ होने वाले किसी भी साजिश का उसी भाषा में जवाब देने के लिए तैयार है।
बता दें कि अमरवती से निर्दलीय सांसद नवनीत राणा ने ऐलान किया था कि वो शनिवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के घर के बाहर हनुमान चालिसा का पाठ करेंगी. नवनीत के इस ऐलान के बाद शिवसैनिकों ने शनिवार को उनके आवास के बाहर जमकर हंगामा किया।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र की राजनीति में हनुमान चालिसा को लेकर विवाद की शुरूआत मनसे प्रमुख राज ठाकरे के उस भाषण के बाद हुई थी. जिसमें राज ने कहा था कि अगर मस्जिदों से लाउडस्पीकर को नहीं हटाया गया तो उनके पार्टी के कार्यकर्ता मस्जिदों के बाहर हनुमान चालिसा का पाठ करेंगे. मनसे प्रमुख ने इसे लेकर राज्य की महाविकास अघाड़ी सरकार को 3 मई तक का अल्टीमेटम भी दिया था।