नई दिल्ली : जहांगीरपुरी में हुई हिंसा के बाद एमसीडी की तरफ से अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलाने की कार्रवाई शुरू हुई. हालांकि कुछ देर बाद ही कोर्ट की तरफ से रोकने का आदेश दे दिया गया , लेकिन उसके बावजूद तोड़फोड़ की कार्रवाई जारी है. कोर्ट में फिलहाल यथास्थिति बनाए रखने का आदेश दिया […]
नई दिल्ली : जहांगीरपुरी में हुई हिंसा के बाद एमसीडी की तरफ से अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलाने की कार्रवाई शुरू हुई. हालांकि कुछ देर बाद ही कोर्ट की तरफ से रोकने का आदेश दे दिया गया , लेकिन उसके बावजूद तोड़फोड़ की कार्रवाई जारी है. कोर्ट में फिलहाल यथास्थिति बनाए रखने का आदेश दिया है। इस दौरान इलाके में लोग बुलडोज़र की कार्रवाई से बेहद परेशान दिखे। खासतौर पर महिलाओं का गुस्सा साफ देखने को मिला उन्होंने कहा- सब कुछ तोड़-फोड़ दिया गया है, अब बचा क्या है? …. इस दौरान एक महिला ने कहा उनके पति की पान की दुकान है जिसे आज अतिक्रमण की कार्रवाई में तोड़ दिया गया. उन्होंने कहा कि यह दुकान 35 साल से इलाके में है जिससे उनकी रोजी-रोटी चल रही थी, लेकिन आज इस दुकान को भी तोड़ दिया गया.
बता दें कल सुप्रीम कोर्ट में इस मामले पर फिर सुनवाई होनी है. इससे पहले जमीयत-उलेमा-ए-हिंद ने देश के कई राज्यों में चल रहे बुलडोज़र एक्शन के खिलाफ अपनी याचिका पर जल्द सुनवाई की मांग की थी. कोर्ट में दुष्यंत दवे ने इस मामलें को रखा. उन्होंने कहा कि सरकार अवैध तरीके से कार्रवाई कर रही है और नोटिस भी नहीं दिया. इस पर CJI ने आदेश दिया गया कि यथास्थिति बरकरार रखी जाए.
एमसीडी 20 और 21 अप्रैल को जहांगीरपुरी इलाके में अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाने वाली थी. इसी के तहत जहांगीरपुरी इलाके में आज बुलडोजर चलाया गया. लेकिन इसी बीच सुप्रीम कोर्ट में इस मुद्दे पर सुनवाई हुई और कोर्ट ने कहा कि यथास्थिति बनी रहे.
बताया जा रहा है कि ये कार्रवाई सुबह 10 बजे से शुरू होगी. इस कार्रवाई में सड़क के पास पड़े कबाड़ और कचड़े को बुलडोजर से हटाया जाएगा. सूत्रों की मानें तो किसी के घर पर बुलडोजर चलने की संभावना कम है।
जहांगीरपुरी में शनिवार को शुभरात्रि के दौरान दो समुदायों के बीच झड़प हुई थी जिसमें 8 पुलिसकर्मी और एक स्थानीय निवासी घायल हो गए । पुलिस के अनुसार झड़पों के दौरान पथराव और आगजनी हुई और कुछ वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया गया। एनडीएमसी ने उत्तर पश्चिमी पुलिस आयुक्त को लिखे पत्र में कहा कि एक विशेष संयुक्त अतिक्रमण विरोधी कार्यक्रम जहांगीरपुरी में निर्धारित है इसलिए इलाके में पुलिसबल की तैनाती की जाए. जहांगीरपुरी हिंसा मामले में अब तक पुलिस ने 23 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है और कई की धरपकड़ अभी भी वीडियो के आधार पर जारी है।