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एक्शन में मायावती: ब्राह्मण चेहरा माने जाने वाले पूर्व मंत्री नकुल दुबे का पार्टी से कटा पत्ता

लखनऊ: बहुजन समाजवादी पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते पूर्व मंत्री नकुल दुबे को निकाल दिया है। इस बात की जानकारी उन्होंने ट्वीट कर साझा की है. मायावती के इस कदम पर नकुल का कहना है कि उन्हें भी निष्कासन की जानकारी मिली है और वे इस पर अभी कोई टिप्पणी […]

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एक्शन में मायावती: ब्राह्मण चेहरा माने जाने वाले पूर्व मंत्री नकुल दुबे का पार्टी से कटा पत्ता
  • April 17, 2022 3:21 pm Asia/KolkataIST, Updated 3 years ago

लखनऊ: बहुजन समाजवादी पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते पूर्व मंत्री नकुल दुबे को निकाल दिया है। इस बात की जानकारी उन्होंने ट्वीट कर साझा की है. मायावती के इस कदम पर नकुल का कहना है कि उन्हें भी निष्कासन की जानकारी मिली है और वे इस पर अभी कोई टिप्पणी नहीं करेंगे। इस समय बसपा सुप्रीमो विधानसभा चुनाव में हार के कारणों की समीक्षा कर रही हैं,नकुल दुबे को प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन की तैयारियों की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।

बसपा सुप्रीमो मायवती ने ट्वीट कर कहा कि नकुल दुबे को पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त रहने की वजह से निष्कासित किया गया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, ‘श्री नकुल दुबे (लखनऊ) बीएसपी पूर्व मंत्री को, पार्टी में अनुशासनहीनता अपनाने व पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने के कारण, इनको बीएसपी से निष्कासित कर दिया गया है।’

नकुल दुबे बहुजन समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र के जाने से पहले जिलों में जाकर तैयारियां कराते थे। उन्हें पार्टी का दूसरा बड़ा ब्राह्मण चेहरा माना जाता रहा है। नकुल को विधानसभा चुनाव में गलत फीडबैक देने के चलते पार्टी से बाहर किया गया है। पूर्व मंत्री नकुल दुबे से जुड़े लोगों का कहना है कि वो एक-दो दिन में अपने समाज के साथ बैठक कर आगे की रणनीति का खुलासा करेंगे। वे भाजपा या समाजवादी पार्टी का दामन भी थाम सकते हैं। बता दें नकुल दूबे साल 2007 में पहली बार लखनऊ महोना (अब बख्शी का तालाब) विधानसभा सीट से चुनाव जीतकर मायावती सरकार में नगर विकास मंत्री बने। जब वे मंत्री बने थे तब उनकी उम्र अन्य मंत्रियों से बेहद कम थी या यू खले की वे बेहद छोटे या युवा रहते हुए मंत्री पद पर विराजमान हो गए थे. बहुजन समाजवादी पार्टी में रहते हुए पार्टी ने उन्हें जो भी जिम्मेदारियां दी उनका उन्होंने सम्मान किया और बखूबी निभाया और कभी मुंह तक नहीं खोला। वह वर्ष 2012 व 2017 का विधानसभा चुनाव बख्शी का तालाब विधानसभा सीट और वर्ष 2019 सीतापुर लोकसभा का चुनाव लड़ चुके हैं।

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