भोपाल, मध्य प्रदेश के खरगोन में रामनवमी के दिन हुई हिंसा पर अब सरकार एक्शन के मोड में आ गई है. जिला प्रशासन खरगोन के मोहन टाकीज इलाके में आरोपित के घर बुलडोजर लेकर पहुंचा और उनके मकान गिरा दिए. शहर के संवेदनशील क्षेत्र मानें जाने वाले छोटी मोहन टॉकीज़ क्षेत्र में भारी पुलिस फोर्स […]
भोपाल, मध्य प्रदेश के खरगोन में रामनवमी के दिन हुई हिंसा पर अब सरकार एक्शन के मोड में आ गई है. जिला प्रशासन खरगोन के मोहन टाकीज इलाके में आरोपित के घर बुलडोजर लेकर पहुंचा और उनके मकान गिरा दिए. शहर के संवेदनशील क्षेत्र मानें जाने वाले छोटी मोहन टॉकीज़ क्षेत्र में भारी पुलिस फोर्स की मौजूदगी में सरकार के अधिकारी वहां बुलडोजर के साथ पहुंचे और हिंसा करने वाले आरोपियों के मकानों को गिरा दिया.
मध्यप्रदेश में सरकार द्वारा की गई इस कार्रवाई का कांग्रेस ने विरोध किया है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया, ‘मामू का बुलडोज़र बलात्कार करने वालों पर या उनका साथ देने वालों पर ही कभी नहीं चलता, सिर्फ शक्ल देख कर मामू यहाँ बुलडोज़र चलवाते हैं.’
मध्यप्रदेश के खरगोन शहर में रामनवमी के दिन जमकर बवाल हुआ. शहर में आगजनी की घटना हुई, जिसमें 4 घर पूरी तरह से जलकर खाक हो गए. जानकारी के मुताबिक रामनवमी के दिन जुलूस शुरू होने से पहले ही उपद्रवियों ने डीजे को लेकर बखेड़ा खड़ा कर दिया. बात इतनी बिगड़ गई कि कुछ लोगों ने पत्थर तक फेंकने शुरू कर दिए. इसके बाद दोनों पक्ष आपस में भीड़ गए और गाली-गलौज पर उतर आए. मौके पर पुलिस ने मोर्चा संभाला और तालाब चौक, गौशाला मार्ग, मोतीपुरा, स्टेडियम के पीछे, टावर क्षेत्र में कर्फ्यू लगा दिया.
ख़बरों के मुताबिक उपद्रवियों के हमले में एक पुलिस अधिकारी भी घायल हो गया, बताया जा रहा है कि अराजकतत्वों ने शीतला माता मंदिर में भी तोड़फोड़ की है और खरगोन में अल्पसंख्यक बाहुल्य इलाके में जुलूस पर पथराव किया. इसके बाद स्थानीय लोगों और आरजकतत्वो के बीच हाथापाई शुरू हो गई. फ़िलहाल पूरे इलाके में भारी पुलिसबल की तैनाती की गई है.
इस घटना को लेकर सूबे के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि इस हिंसा में शामिल आरोपियों की पहचान कर ली गई है और उन्हें किसी भी सूरत में बख्सा नहीं जाएगा, सीएम ने आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे.