इमरान ख़ान नई दिल्ली, नेशनल असेंबली में विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव से हारने के बाद इमरान खान का पहला बयान सामने आया है. जहां उन्होंने ट्वीट के माध्यम से अपनी प्रतिक्रिया दी है. जहां उन्होंने इस बार अपने पुराने आरोपों को दोहराते हुए पाकिस्तान में आज़ादी के संघर्ष की शुरुआत बताई है. क्या बोले इमरान […]
नई दिल्ली, नेशनल असेंबली में विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव से हारने के बाद इमरान खान का पहला बयान सामने आया है. जहां उन्होंने ट्वीट के माध्यम से अपनी प्रतिक्रिया दी है. जहां उन्होंने इस बार अपने पुराने आरोपों को दोहराते हुए पाकिस्तान में आज़ादी के संघर्ष की शुरुआत बताई है.
इमरान खान ने अपने ट्वीट में लिखा है, ‘पाकिस्तान 1947 में आज़ाद देश बन तो गया लेकिन सत्ता बदलाव के विदेशी षडयंत्र के ख़िलाफ़ आज फिर से एक संघर्ष की शुरुआत हो रही है.इतिहास बताता है कि हमेशा से देश के लोगों ने ही अपनी संप्रभुता और लोकतंत्र की हिफ़ाजत की है.’
पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में शनिवार- रविवार देर रात हुई वोटिंग में इमरान खान सरकार गिर गई है। 342 सदस्यों वाली सदन में विपक्ष को 174 वोट मिले, जो सरकार बनाने के लिए पूर्ण है। किसी भी पार्टी को सत्ता में आने के लिए 342 में से 172 वोटों की जरूरत होती है. खबरों के मुताबिक संयुक्त विपक्ष के नेता शहबाज शरीफ देश के अगले प्रधानमंत्री हो सकते हैं। यहाँ आपको बता दें कि शहबाज शरीफ अकेले ऐसे नेता नहीं है जिन्होंने इमरान खान सरकार को गिराने में अहम भूमिका निभाई है बल्कि उनके साथ कहीं ऐसा नेता है जिन्होंने खान को आउट करने में मदद की है।
आपको बता दें 3 अप्रैल रविवार को भी पाकिस्तान के निचले सदन में इमरान सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग की जानी थी. लेकिन इसी बीच इमरान खान के खिलाफ इस प्रस्ताव को डिप्टी स्पीकर द्वारा ख़ारिज कर दिया गया था. इसके बाद पीएम की शिफारिश पर राष्ट्रपति द्वारा संसद भी भंग कर दी गयी थी. मामला सुप्रीम कोर्ट जाने के बाद विपक्ष के हक़ में फैसला सामने आया और अगले ही हफ्ते इमरान खान ने अपनी गद्दी से हाथ धो दिया.