पाकिस्तान संकट नई दिल्ली, पाकिस्तान के संकट पर अब चीन के बाद पहली बार भारत ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. जहां पाकिस्तान के सियासी संकट पर भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, ये उनका आंतरिक मामला है. ये उनका आंतरिक मामला – भारत विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने पाकिस्तान में […]
नई दिल्ली, पाकिस्तान के संकट पर अब चीन के बाद पहली बार भारत ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. जहां पाकिस्तान के सियासी संकट पर भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, ये उनका आंतरिक मामला है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने पाकिस्तान में चल रहे राजनीतिक संकट पर कुछ भी बोलने से इंकार किया है. उनके शब्दों में, ये उनका आंतरिक मामला है. मेरे पास इसपर बोलने के लिए कुछ भी नहीं है. उन्होंने आगे ये भी कहा कि पाकिस्तान में जो कुछ भी हो रहा है हम उसपर नज़र ज़रूर रखे हुए हैं लेकिन हम किसी देश के आतंरिक मामले में टिप्पणी करने से हमेशा बचते हैं.
आपको बता दें इस मसले पर पिछले दिनों पाकिस्तान के हमदर्द देशों में से एक चीन ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी थी. आपको बता दें, हमेशा से चीन दूसरे देशों के घरेलू मामलों में बात करने से हिचकता है और अपने सिद्धांत का पालन करता है. चीन और पाकिस्तान को सामरिक सहयोगी देश बताते हुए चीन विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ज़ाओ लिजियान ने कहा था कि दोनों देशों के बीच संबंध हमेशा अटूट और मजबूत रहेंगे. साथ ही उन्होंने इस दौरान ये आशा भी जताई कि चीन और पाकिस्तान के बीच पूर्ण सहयोग और चीन-पाकिस्तान आर्थिक कॉरिडोर का निर्माण पकिस्तान की सियासी खलबली से प्रभावित नहीं होगा.
पाकिस्तान इस समय राजनैतिक खलबली को झेल रहा है. जहां पिछेल दिनों 3 अप्रैल का दिन उसकी सियासत के लिए काफी अहम् रहा. इस दिन इमरान खान की सरकार के खिलाफ संसद अविश्वास विपक्ष मत देने वाला था. लेकिन उसी दौरान संसद डिप्टी स्पीकर ने प्रस्ताव को ख़ारिज कर दिया. प्रधानमंत्री की अपील पर राष्ट्रपति ने संसद को भी भंग कर दिया. संसद भंग और प्रस्ताव ख़ारिज को लेकर विपक्ष ने भी सुप्रीम कोर्ट में शिकायत दाखिल की. जिसपर अब सुनवाई पूरी की जा चुकी है. सुप्रीम कोर्ट अपना फैसला आज शाम 8 बजे सुनाने जा रही है.