आंध्र प्रदेश नई दिल्ली, आंध्रप्रदेश कैबिनेट में जगन मोहन रेड्डी की सरकार के सभी मंत्रियों ने आज एक साथ इस्तीफ़ा दे दिया है. ऐसा उन्होंने राज्य में नयी कैबिनेट के गठन के लिए किया है. मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में ये फैसला हुआ है. पूरी कैबिनेट ने दिया इस्तीफ़ा करीब-करीब हर […]
नई दिल्ली, आंध्रप्रदेश कैबिनेट में जगन मोहन रेड्डी की सरकार के सभी मंत्रियों ने आज एक साथ इस्तीफ़ा दे दिया है. ऐसा उन्होंने राज्य में नयी कैबिनेट के गठन के लिए किया है. मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में ये फैसला हुआ है.
करीब-करीब हर ज़िले के प्रतिनिधित्व के साथ जगन मोहन रेड्डी अब अपनी कैबिनेट में नए चेहरों को लाना चाहते हैं. प्रदेश की सत्ता संभालने के साथ ही मोहन रेड्डी ने इस बात के संकेत दे दिए थे. सभी को ये अंदाजा भी हो गया था कि रेड्डी के कार्यकाल में उनकी कैबिनेट में बदलाव किये जाएंगे. बता दें वर्ष 2019 में जगत मोहन रेड्डी आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री बने थे.
साल 2024 में आंध्रप्रदेश में चुनाव होने जा रहे थे. अगले चुनावों से पहले ही जगत मोहन रेड्डी ने अपनी कैबिनेट बदलने का फैसला कर लिया है. अब कहा जा रहा है कि नयी कैबिनेट में कुल 26 जिलों का नेतृत्व किया जाएगा. बता दें, कि हाल ही में राज्य में कुल 13 नए जिलों का गठन किया गया है. पहले राज्य में कुल 13 जिले ही थे. एक दिन पहले बुधवार शाम को जगत मोहन रेड्डी ने गवर्नर बी. हरिचंदन से भी मुलाकात की थी.
बता दें, जगत रेड्डी ने वर्ष 2019 में सत्ता में आने के बाद से ही अपने कैबिनेट में बदलाव करने की बात कह दी थी. वह अपनी कैबिनेट में मिड टर्म के दौरान बदलाव करने जा रहे थे और ऐसा हुआ भी. उनके शब्दों में कैबिनेट के बदलाव से ऐंटी-इनकम्बैंसी से निबटा जा सकता है. इसके साथ ही वर्ष 2024 में चुनावों को लेकर रणनीति भी तय की जा सकेगी. बता दें नए ज़िलों के गठन में रेड्डी ने कहा था कि जनता ने विकेन्द्रीकरण की निति को चुना है. आगे उन्होंने सरकार के सभी घरों तक योजनाओं को पहुंचाने की भी बात की थी.