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Shahbaz sharif : कौन हैं शाहबाज़ शरीफ? बन सकते हैं इमरान खान के इस्तीफे के बाद पीएम

Shahbaz sharif  नई दिल्ली, Shahbaz sharif  पाकिस्तान के राजनैतिक इतिहास में ऐसा कई बार हुआ है कि पीएम की कुर्सी उसके कार्यकाल से पहले ही चली गयी हो. ऐसा ही हो रहा है इमरान खान के साथ जिनकी कुर्सी अब जानी तय है. लेकिन उनके बाद कौन पीएम बनेगा? शाहबाज़ शरीफ बन सकते हैं पीएम […]

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Shahbaz sharif : कौन हैं शाहबाज़ शरीफ? बन सकते हैं इमरान खान के इस्तीफे के बाद पीएम
  • March 30, 2022 7:24 pm Asia/KolkataIST, Updated 3 years ago

Shahbaz sharif 

नई दिल्ली, Shahbaz sharif  पाकिस्तान के राजनैतिक इतिहास में ऐसा कई बार हुआ है कि पीएम की कुर्सी उसके कार्यकाल से पहले ही चली गयी हो. ऐसा ही हो रहा है इमरान खान के साथ जिनकी कुर्सी अब जानी तय है. लेकिन उनके बाद कौन पीएम बनेगा?

शाहबाज़ शरीफ बन सकते हैं पीएम

पाकिस्तान में इमरान खान का तख्ता पलट होना लगभग लगभग तय है. पाकिस्तान संसद में पीएम इमरान अब तक अविश्वास प्रस्ताव पर बहुमत नहीं दिखा पाए हैं. बुधवार को उन्होंने कैबिनेट की आपात बैठक भी बुलाई थी. अब ऐसी खबरे भी हैं कि जल्द ही इमरान खान अपने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे. इस बीच पकिस्तान मुस्लिम लीग- एन के नेता और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ के भाई शाहबाज़ शरीफ प्रधानमंत्री बनने की दौड़ में सबसे आगे बताए जा रहे हैं.वर्तमान में शाहबाज़ विपक्ष के नेता भी हैं और पिछले कुछ समय से कई मुद्दों पर सरकार की आलोचना भी करते आएं हैं.

रह चुके हैं पंजाब के मुख्यमंत्री

शाहबाज़ शरीफ ने वर्ष 1997 फरवरी में पहली बार पंजाब के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली थी. जहाँ वह पहले टर्म में 1998 तक मुख्यमंत्री रहे. इसके बाद वर्ष जून 2008 से मार्च 2013 तक उन्होंने मुख्यमंत्री पद संभाला. तीसरे टर्म में वह 2013 से 2018 तक मुख्यमंत्री रहे.

बिज़नेस मैन के तौर पर शुरू हुआ करियर

लाहौर सरकारी कॉलेज से अपनी स्नातक पूरी करने के बाद शाहबाज़ ने अपने करियर की शुरुआत अपने पारिवारिक बिज़नेस को संभाल कर की. साल 1985 में वह लाहौर चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के चेयरमैन बन गए. साल 1987-1988 के बीच उन्होंने सक्रीय रूप से राजनीति की शुरुआत की. 1988-90 तक वह पंजाब की विधानसभा के सदस्य रहे. 1990-93 तक वह नेशनल असेंबली के भी भाग रहे.

जा चुके हैं जेल भी

साल 2020 में उन्हें करोड़ो रुपयों की हेराफेरी के आरोप में एनएबी ने गिरफ्तार भी कर लिया था. उनपर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है. हालांकि उनकी पार्टी ने इस गिरफ़्तारी को लेकर सरकार पर ही आरोप लगाए थे की यह सब सियासी साजिश के तहत किया जा रहा है. बता दें मामले में लाहौर हाई कोर्ट द्वारा उनकी याचिका ख़ारिज कर उन्हें कोर्ट रूम के बाहर ही गिरफ्तार कर लिया गया था.

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