Mukhtar Ansari Ambulance Case लखनऊ, Mukhtar Ansari Ambulance Case बीजेपी सत्ता में आते ही एक्शन मोड में आ गई है. सरकार ने मुख्तार अंसारी समेत अन्य सभी लोगों के खिलाफ अपना शिकंजा कशना शुरू कर दिया है. सोमवार को जहां मुख्तार अंसारी की लखनऊ कोर्ट में पेशी थी, तो वहीँ अब सरकार ने उनके साथियों […]
लखनऊ, Mukhtar Ansari Ambulance Case बीजेपी सत्ता में आते ही एक्शन मोड में आ गई है. सरकार ने मुख्तार अंसारी समेत अन्य सभी लोगों के खिलाफ अपना शिकंजा कशना शुरू कर दिया है. सोमवार को जहां मुख्तार अंसारी की लखनऊ कोर्ट में पेशी थी, तो वहीँ अब सरकार ने उनके साथियों पर गैंगेस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई शुरु कर दी है. बाराबंकी एंबुलेंस प्रकरण के मामले में बाराबंकी पुलिस टीम ने मंगलवार को सुबह 4 बजे जिले के एक निजी अस्पताल संचालिका और उनके सहयोगी को गैंगस्टर एक्ट के तहत गिरफ्तार किया है। इससे पहले सोमवार को मऊ पुलिस टीम ने अस्पताल संचालिका के सहयोगी शेषनाथ राय को हिरासत में ले लिया था और संचालिका को उसके अस्पताल में नजरबंद करते हुए उसे बाहर ना निकलने की हिदायत दी थी।
बता दें पिछले साल मार्च महीने में एंबुलेंस प्रकरण का मामला सामने आया था जिसमें जिले की जानी-मानी चिकित्सक और तत्कालीन भाजपा की महिला मोर्चा की क्षेत्रीय महामंत्री डॉ अलका राय और उनके सहयोगी शेषनाथ राय का नाम सामने आया था। जिला प्रशासन ने इस मामलें पर कार्रवाई करते हुए अप्रैल 2021 में दोनों को हिरासत में लेते हुए बाराबंकी जेल में भेज दिया था। इनके अलावा पुलिस ने एंबुलेंस प्रकरण मामलें में मुख्तार के कई करीबियों को आरोपी भी बनाया था. करीब 8 महीने बाद 22 दिसंबर को डॉ अलका राय और उनके भाई शेषनाथ राय जेल से रिहा हुए थे, लेकिन एक बार फिर उनकी मुश्किले बढ़ने वाली है.
इस मामलें पर जिले की जानी-मानी चिकित्सक डॉ अलका राय ने खुद को बेगुनाह बताते हुए कहा कि मैं 8 महीने जेल में रह कर आई हूं, वह भी उस मामले में जिसके बारे में मुझे कुछ नहीं पता है और मैंने सारे सबूत दे दिए थे। उन्होंने बताया कि जिस एंबुलेंस के लिए उन्हें जेल में रखा गया, उसके बारे में उन्हें कुछ नहीं पता था. डॉ अलका राय ने कहा कि वे अपनी पुरानी जिंदगी से उभरने की कोशिश कर रही हैं लेकिन 420 एक्ट के बाद अब प्रशासन ने गैंगस्टर एक्ट लगा दिया गया है और मुझे नजरबंद कर दिया गया है।