Birbhum Violence पश्चिम बंगाल, Birbhum Violence बीरभूम में हुए पिछले हफ्ते टीएमसी कार्यकर्ता की मौत मामले में पार्टी के कार्यकर्ताओ ने 10-12 घरों को आग के हवाले कर दिया था. इस आगज़नी में 10 लोगों की दर्दनाक मौत हुई थी, जिसमें छोटे बच्चे और महिलाएं भी शामिल थी. इस घटना पर शख्त रुख अपनाते हुए […]
पश्चिम बंगाल, Birbhum Violence बीरभूम में हुए पिछले हफ्ते टीएमसी कार्यकर्ता की मौत मामले में पार्टी के कार्यकर्ताओ ने 10-12 घरों को आग के हवाले कर दिया था. इस आगज़नी में 10 लोगों की दर्दनाक मौत हुई थी, जिसमें छोटे बच्चे और महिलाएं भी शामिल थी. इस घटना पर शख्त रुख अपनाते हुए कोलकता हाईकोर्ट ने इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपी है. इस मामले पर सीबीआई के अधिकारीयों ने 21 लोगों को आरोपी बनाया है. CBI की 30 सदस्यीय टीम इस मामले को हर एंगल से जोड़कर देख रही है और जांच में जुटी है.
इस घटना पर डीआईजी अखिलेश सिंह की अध्यक्षता में तीन अलग-अलग टीम बनाई गई है, जो अलग-अलग एंगल से घटना की छानबीन कर रही है. ख़बरों के मुताबिक शनिवार को सीबीआई टीम बोगतुई में पांच घंटे रही, जहां वह सबसे पहले सोनू शेख के घर गई. बता दें इस हिंसा में यहीं से एक साथ 7 शव बरामद किए गए थे. टीम ने मृत मिले लोगों के अवशेषों की जांच की जिसके बाद वह पड़ोस में फटीक शेख व मिहिलाल शेख सहित अन्य लोगों के घर गई थी.
ख़बरों के मुताबिक सीबीआई की टीम इस घटना की जांच पूरी होने तक बीरभूम में ही रहेगी और इलाके की 3-डी स्कैनिंग की और घटनास्थल से नमूने इकट्ठे कर उसकी रिपोर्ट तैयार करेगी। एक अधिकारी ने बताया कि अभी इस बात की भी पुष्टि नहीं हुई है कि क्या आग घरों में बाहर से लोगों द्वारा लगाई गई थी या फिर घटना के पीछे कोई और कारण था.
पश्चिम बंगाल के बीरभूम में हुई हिंसा मामले में शानिवार को एक नया मोड़ सामने तब आया जब यह घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर मारग्राम में 40 देशी बम बरामद किये गए. पुलिस अधीक्षक नागेंद्र नाथ त्रिपाठी ने बताया कि इन बमों को चार बाल्टियों में छिपाकर एक अंडर कंसट्रक्शन घर के पीछे रखा गया था. उन्होने बताया कि इस मामलें में जांच शुरू कर दी गई है और हर एंगल से इसे जोड़कर देखा जा रहा है.