Pakistan PM Imran Khan नई दिल्ली, Pakistan PM Imran Khan पाकिस्तान में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है। पाक पीएम इमरान खान और सेना प्रमुख के बीच तनाव का माहौल बना हुआ है। इस बीच पाक पीएम इमरान खान ने भारतीय फौज की तारीफ करते हुए पाकिस्तान के […]
नई दिल्ली, Pakistan PM Imran Khan पाकिस्तान में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है। पाक पीएम इमरान खान और सेना प्रमुख के बीच तनाव का माहौल बना हुआ है। इस बीच पाक पीएम इमरान खान ने भारतीय फौज की तारीफ करते हुए पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा के खिलाफ इशारों-इशारों में हमला बोला है।
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि भारतीय फौज पाकिस्तानी फौज की तरह नहीं है। क्योंकि वे कभी भी जनता द्वारा चुनी गई सरकार में दखल नहीं देती है। पाक पीएम का यह बयान उस गहमा-गहमी के बीच आया है जब स्थानीय मीडिया यह दावा कर चुकी है कि पाक सेना प्रमुख जनरल बाजवा ने उन्हें पद छोड़ने के लिए कहा है।
इससे पहले रविवार को पाकिस्तान के मलकान शहर में एक रैली के दौरान पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं भारत की तारीफ करना चाहता हूं, क्योंकि उन्होंने हमेशा अपनी विदेश नीति आज़ाद रखी। भारत भले ही अमेरिका के साथ QUAD का हिस्सा हो, लेकिन इसके बावजूद भी भारत कहता है कि वह न्यूट्रल है। सभी देशो ने रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद रूस पर कड़ी पाबंदी लगा दी है। लेकिन भारत युद्ध के बीच भी उससे तेल का आयात कर रहा है क्योंकि भारत की पॉलिसी अपने लोगों और अपने आवाम के लिए है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान और आर्मी प्रमुख बाजवा के बीच रिश्ते उस वक़्त खराब हुए जब बाजवा ने अक्टूबर 2021 में तत्कालीन ISI चीफ फैज हमीद के ट्रांसफर के लिए पत्र इमरान को भेजा था। बताया जाता है कि फैज हमीद और इमरान करीबी दोस्त है और इमरान नहीं चाहते थे कि वे फैज के ट्रांसफर लेटर पर दस्तखत करें। इसलिए इमरान ने फैज का ट्रांसफर रोक दिया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जब आर्मी प्रमुख ने इमरान को इसके परिणाम भुगतने की धमकी दी तो पाक पीएम ने अपनी कुर्सी के चक्कर में सिग्नेचर कर दिए, लेकिन इसके बाद से दोनों के रिश्तों में खटास आ गईं।
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने साल 2019 में आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा का कार्यकाल 3 साल के लिए बढ़ाया था। बाजवा की नियुक्ति साल 2016 में हुए थी, जबकि पाक पीएम की सरकार 2018 में बनी थी। आर्मी चीफ की नियुक्ति के बाद ऐसा माना जा रहा था कि इमरान को आर्मी का सपोर्ट प्राप्त है, लेकिन बाजवा ने अविश्वास प्रस्ताव पर न्यूट्रल रहने की बात कही है, जिसके बाद से इमरान सेना प्रमुख से नाराज हैं।
खबरों के मुताबिक हाल ही में आर्मी चीफ बाजवा और पाक पीएम ने आपस में बातचीत की थी। इस बैठक में ISI चीफ नदीम अंजुम और प्रेसिडेंट आरिफ अल्वी भी मौजूद थे. आर्मी चीफ ने सिंध हाउस पर इमरान की पार्टी के लोगों द्वारा किए गए हमले पर सख्त नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि यदि सत्ता में रहते हुए सरकार ही हिंसा भड़काएगी तो फिर फौज को दखल देना पड़ेगा। जानकारी के मुताबिक आर्मी चीफ ने कहा कि PTI के किसी दूसरे नेता को प्रधानमंत्री बना दिया जाए, जिससे मामला शांत हो जाए और सरकार भी बने रहे.
पाकिस्तान की मुख्य विपक्षी पार्टी PMLN नेता मरियम नवाज ने कहा कि इमरान खान का गेम ओवर हो चुका है. देश में महंगाई, बेरोजगारी चरम पर है लेकिन सरकार इसको खत्म करने में विफल है. दूसरी तरफ इमरान खान ने इस्लामाबाद में 27 मार्च को शक्ति प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है.