नई दिल्ली. भारतीय जनसंचार और पत्रकारिता संस्थान के कई फैकल्टी सदस्यों ने आइआइएमसी में अफसरशाही की बढ़ती दखलंदाजी के खिलाफ सूचना एवं प्रसारण मंत्री अरुण जेटली को एक पत्र लिखा है. पत्र में कहा गया है कि अफसरशाही की बढ़ती दखलंदाजी के कारण आइआइएमसी की स्वायत्तता प्रभावित हो रही है. इसके कारण संस्थान की पढ़ाई, अकेडमिक फैकल्टी और कर्मचारियों का मनोबल गिर रहा है. इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के मुताबिक़, पत्र में ये भी कहा गया है कि आइआईएमसी को एक सरकारी विभाग की तरह चलाया जा रहा है, न कि एक अकेडमिक संस्थान की तरह. इसके कारण संस्थान पढ़ाई के कई मानकों पर खरा नहीं उतर पा रहा है.