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Mukhtar Ansari Retires from electoral politics: चुनावी राजनीति से मुख़्तार अंसार ने लिया संन्यास, बेटे को सौंपी विरासत

Mukhtar Ansari Retires: उत्तर प्रदेश, Mukhtar Ansari Retires: मऊ से बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी इस बार चुनाव नहीं लड़ रहे हैं, करीब तीन दशक बाद ये पहला मौका होगा जब मुख़्तार अंसारी चुनाव मैदान में नहीं उतर रहे हैं. मुख्तार अंसारी ने अपने राजनीतिक सफर पर पूर्णविराम लगाते हुए अपनी सीट बेटे अब्बास अंसारी को […]

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Mukhtar Ansari Retires from electoral politics: चुनावी राजनीति से मुख़्तार अंसार ने लिया संन्यास, बेटे को सौंपी विरासत
  • February 14, 2022 6:21 pm Asia/KolkataIST, Updated 3 years ago

Mukhtar Ansari Retires:

उत्तर प्रदेश, Mukhtar Ansari Retires: मऊ से बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी इस बार चुनाव नहीं लड़ रहे हैं, करीब तीन दशक बाद ये पहला मौका होगा जब मुख़्तार अंसारी चुनाव मैदान में नहीं उतर रहे हैं. मुख्तार अंसारी ने अपने राजनीतिक सफर पर पूर्णविराम लगाते हुए अपनी सीट बेटे अब्बास अंसारी को सौंप दी है. सोमवार को अंसारी के बेटे अब्बास ने नामांकन भी दाखिल कर दिया है. सपा गठबंधन में शामिल सुभासपा ने अब्बास अंसारी को टिकट भी देकर चुनावी मैदान में उतार भी दिया है.

ओपी राजभर ने दिया था अंसारी के चुनाव नहीं लड़ने का हिंट

पिछले हफ्ते मुख्‍तार अंसारी के नामांकन दाखिले के लिए अदालत से इजाजत मांगी गई थी, जिसपर अदालत ने उनके वकील और अन्य लोगों को जेल में जाकर नामांकन प्रक्रिया पूरी करने की इजाजत भी दे दी थी. इस दौरान नामांकन प्रक्रिया शुरू होने के पहले दिन उनके अधिवक्ता दारोगा सिंह ने कोर्ट से सारी प्रक्रियाएं पूरी करवाई थी. मुख्तार अंसारी के लिए सपा गठबंधन में शामिल सुभासपा के नाम पर नामांकन पत्र लिया गया था. इस बीच सुभासपा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर ने मुख़्तार अंसारी के सन्यास का हिंट देते हुए कहा था कि मऊ सदर से मुख्तार या अब्बास दोनों में से कोई भी लड़ सकता है. गौरतलब है,
सदर सीट से विधायक मुख्तार अंसारी लगातार पांच बार जीत दर्ज कर चुके हैं.

मुख़्तार ने बेटे को सौंपी विराट- अधिवक्ता दारोगा सिंह

अब मुख़्तार के राजनीतिक सफर पर उठ रहे प्रश्नचिह्न पर फैसला हो गया है, सोमवार को यह तय हो गया कि मुख्तार अंसारी चुनाव नहीं लड़ेंगे. मुख्तार के अधिवक्‍ता दारोगा सिंह ने बताया कि उन्होंने अपने राजनीतिक सफर का अंत करते हुए अपनी विरासत बेटे अब्‍बास अंसारी को सौंप दी है. अब्बास ने सोमवार को अपना नामांकन भी दाखिल कर दिया है, अब मुख़्तार की जगह अब्बास चुनावी राजनीति में किस्मत आज़माने वाले हैं.

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