नई दिल्ली. मोदी सरकार के दौरान लेखकों पर बढ़ रहे हमलों और सांप्रदायिक हिंसा के विरोध में अब तक देश के 15 मशहूर लेखकों ने अपने साहित्य अकादमी अवॉर्ड्स लौटा दिए हैं. इन लोगों का विरोध दादरी हिंसा और लेखक एमएम कलबुर्गी के मर्डर को लेकर है. इस लिस्ट में तीन सबसे नए नाम हिंदी कवि मंगलेश डबराल, राजेश जोशी और युवा लेखक अमन सेठी का है.
क्या कहा जोशी और डबराल ने
अवॉर्ड लौटाने वाले जोशी और डबराल ने कहा, “हम साफ तौर पर लोकतंत्र, सेक्युलरिज्म और फ्रीडम के लिए खतरा देख रहे हैं. हालांकि अपनी बात कहने की आजादी को पहले भी खतरों का सामना करना पड़ा है लेकिन इस सरकार में ये ट्रैंड कुछ ज्यादा तेजी से बढ़ा है. इस साफ तौर पर देखा भी जा सकता है.” अवॉर्ड लौटाने वालों की लिस्ट में पहला नाम लेखक उदय प्रकाश का था. कन्नड़ राइटर अरविंद मालागट्टी ने साहित्य अकादमी की जनरल काउंसिल से इस्तीफा दे दिया.
रविवार को किन राइटर्स ने लौटाए अवॉर्ड
रविवार को कन्नड़ राइटर अरविंद मालागट्टी ने साहित्य अकादमी की जनरल काउंसिल से इस्तीफा दे दिया. इसके अलावा कुछ लेखकों ने अपने अवॉर्ड्स लौटा दिए. इनके नाम इस तरह हैं.
रविवार को किन लेखकों ने लौटे पुरस्कार:
– मंगलेश डबराल (हिंदी कवि)
– राजेश जोशी (हिंदी कवि)
– गणेश देवी
– एन. शिवदास (कोंकणी लेखक)
– कुम वीरभद्रप्पा (कन्नड़ लेखक)
– गुरबचन सिंह भुल्लर
– अजमेर सिंह औलख
– आत्मजीत सिंह
– वारयाम सिंह संधू