पटना. बिहार में पहले चरण के लिए 10 जिलों की 49 सीटों पर मतदान शुरू हो गया है. इस चरण में कुछ सीट ऐसी भी हैं जिन पर पार्टियों के बड़े नेता, नेता पुत्र या फिर VIP कैंडिडेट मैदान में हैं. जानिए क्या है पहले चरण की VIP सीटों का हाल
पहले चरण की VIP सीट:
तारापुर- मुंगेर जिले की तारापुर सीट से हम के प्रदेश अध्यक्ष शकुनी चौधरी लड़ रहे हैं. शकुनी चौधरी कभी लालू के साथ हुआ करते थे और बाद में नीतीश के साथ. आजकल जीतनराम मांझी के साथ हैं. जेडीयू ने यहां से शिक्षाविद मेवालाल चौधरी को उतारा है.
खगड़िया- खगड़िया जिले के खगड़िया सीट से हम के प्रदेश अध्यक्ष शकुनी चौधरी के बेटे राकेश चौधरी उर्फ सम्राट चौधरी लड़ रहे हैं. जेडीयू ने सिटिंग एमएलए पूनम देवी को टिकट दिया है जो इलाके के दबंग रणवीर यादव की पत्नी हैं.
कल्याणपुर- समस्तीपुर जिले की कल्याणपुर सीट से रामविलास पासवान के भतीजे और सांसद रामचंद्र पासवान के बेटे प्रिंस राज मैदान में. जेडीयू से महेश्वर हजारी हैं जो पासवान के ममेरे भाई हैं. यहां मुकाबला चाचा और भतीजे के बीच है.
भागलपुर- भागलपुर जिले की भागलपुर सीट से कांग्रेस ने सिटिंग एमएलए अजित शर्मा को उतारा है जो 40 करोड़ की संपत्ति के साथ राज्य के तीसरे सबसे अमीर उम्मीदवार हैं. बीजेपी ने यहां से अश्विनी चौबे के बेटे अरिजित शास्वत को उतारा है जिनके खिलाफ विजय साह मजबूत बागी बनकर उतरे हैं. यहां से एक दंगा पीड़ित बशर अली भी कैंडिडेट हैं जिन्हें सीपीआई-एमएल ने टिकट दिया है. 1989 के दंगों में यहां करीब 1000 से ज्यादा लोग मारे गए थे जिनमें करीब 900 मुसलमान थे. सुल्तानगंज और सहकुंड इलाके के 36 बूथ नक्सल प्रभावित इलाके माने जाते हैं.
कहलगांव- भागलपुर जिले की कहलगांव सीट से विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष और कांग्रेस नेता सदानंद सिंह मैदान में हैं. एनडीए ने ये सीट लोजपा को दी है जिसने नीरज मंडल को टिकट दिया है.
बछवाड़ा- बेगूसराय जिले की बछवाड़ा सीट राज्य विधानसभा में अकेले वामपंथी विधायक सीपीआई के अवधेश राय की सीट हैं. सीपीआई ने फिर अवधेश राय को मैदान में उतारा है. लोजपा ने यहां से अरविंद सिंह को टिकट दिया है जो बीजेपी के टिकट के दावेदार थे. पार्टी में बहुत दावेदार थे तो पार्टी ने ये सीट एलजेपी के कोटे में डाल दी और अरविंद सिंह को एलजेपी ज्वाइन करवाकर टिकट दिला दिया. फायदा कुछ हुआ नहीं. बीजेपी से कंगन सिंह तो एलजेपी से विनय सिंह बागी होकर लड़ रहे हैं. दोनों अरविंद के साथ-साथ दोनों बागी भी करोड़पति उम्मीदवार हैं. कांग्रेस ने यहां से रामदेव राय को टिकट दिया है जो कई बार पहले भी जीते हैं. रामदेव राय ने कभी कर्पूरी ठाकुर को भी हराया था जिन्हें समाजवादी आंदोलन में बड़े सम्मान से देखा जाता है.
बेगूसराय- बेगूसराय जिले की बेगूसराय विधानसभा सीट से बीजेपी ने सिटिंग एमएलए सुरेंद्र मेहता को दोबारा उतारा है तो महागठबंधन की तरफ से कांग्रेस ने अमिता भूषण को टिकट दिया है. अमिता भूषण पहले कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा का चुनाव भी लड़ चुकी हैं.
अलौली- खगड़िया जिले की अलौली सीट पर लोजपा सुप्रीम रामविलास पासवान के भाई और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस का मुकाबला आरजेडी के चंदन कुमार से है. अलौली रामविलास पासवान का जन्मस्थान है.
जमुई- मांझी सरकार में मंत्री रहे नरेंद्र सिंह के बेटे और सिटिंग एमएलए अजय प्रताप को हम कोटे से बीजेपी के सिंबल पर लड़ना पड़ा है. एलजेपी प्रमुख रामविलास पासवान के बेटे चिराग का संसदीय क्षेत्र जमुई है इसलिए इस सीट को लेकर एनडीए के अंदर एलजेपी और हम के बीच काफी झगड़ा चला. अजय प्रताप का मुकाबला आरजेडी के विजय प्रकाश से है.
चकाई- नरेंद्र सिंह के दूसरे बेटे सुमित सिंह भी सिटिंग एमएलए है लेकिन एनडीए में जगह नहीं मिली. एलजेपी से चकाई और जमुई के झगड़े में जमुई तो बीजेपी ने अपने हिस्से में लेकर नरेंद्र सिंह के एक बेटे को सिंबल दे दिया लेकिन दूसरे बेटे का एडजस्टमेंट नहीं हो पाया. सुमित सिंह निर्दलीय लड़ रहे हैं. यहां एनडीए से लोजपा के विजय सिंह लड़ रहे हैं. आरजेडी ने सावित्री देवी को टिकट दिया है.
सरायरंजन- समस्तीपुर जिले की सरायरंजन सीट से जेडीयू के वरिष्ठ नेता विजय चौधरी चुनाव लड़ रहे हैं. बीजेपी ने रंजीत निर्गुनी को टिकट दिया है. निर्गुनी ने तब तक शादी न करने की कसम खाई है जब तक कि वो ये सीट जीत नहीं लेते.