UP Chunav 2022: उत्तर प्रदेश. UP Chunav 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा ( Assembly Elections 2022 ) चुनाव से ठीक पहले ही भाजपा (BJP) में फुट पड़ गई है. एक के बाद एक मंत्री और विधायक पार्टी छोड़कर जा रहे हैं. प्रदेश में मंत्रियों के पार्टी छोड़ने से भाजपा का सियासी समीकरण कुछ डगमगाता सा नज़र […]
उत्तर प्रदेश. UP Chunav 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा ( Assembly Elections 2022 ) चुनाव से ठीक पहले ही भाजपा (BJP) में फुट पड़ गई है. एक के बाद एक मंत्री और विधायक पार्टी छोड़कर जा रहे हैं. प्रदेश में मंत्रियों के पार्टी छोड़ने से भाजपा का सियासी समीकरण कुछ डगमगाता सा नज़र आ रहा है. इस कड़ी में अब तक जिन विधायक और मंत्रियों ने पार्टी छोड़ी है, उनमें से ज्यादातर ओबीसी हैं. ऐसे में बाग़ी मंत्रियों-विधायकों ने एक ही सुर में योगी सरकार पर दलित-पिछड़ों के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया है.
अब तक योगी कैबिनेट के तीन मंत्री और 11 विधायक इस्तीफा दे चुके हैं. इनमें स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya), दारा सिंह चौहान (Dara Singh Chouhan) और धर्म सिंह सैनी (Dharm Singh Saini) और बाला प्रसाद अवस्थी (Bala Prasad Awasthi) जैसे दिग्गज नेता शामिल हैं.
1. बाला प्रसाद अवस्थी, विधायक।
2. दारा सिंह चौहान, कैबिनेट मंत्री।
3. अवतार सिंह भड़ाना, विधायक।
4. विनय शाक्य, विधायक।
5. स्वामी प्रसाद मौर्य, कैबिनेट मंत्री।
6. भगवती सागर, विधायक, बिल्हौर कानपुर।
7. बृजेश प्रजापति, विधायक।
8. रोशन लाल वर्मा, विधायक।
9. संतकबीरनगर से भाजपा विधायक जय चौबे।
10. बहराइच के नानपारा से विधायक माधुरी वर्मा।
11. सीतापुर से विधायक राकेश राठौर।
12. धर्म सिंह सैनी, कैबिनेट मंत्री।
13. मुकेश वर्मा, विधायक।
14. बदायूं जिले के बिल्सी से विधायक राधा कृष्ण शर्मा।
इनमें से ज्यादातर मंत्रियों/विधायकों ने सपा की साइकल के लिए भाजपा के कमल का साथ छोड़ा है. दरअसल, पार्टी छोड़ने वाले नेताओं को ये आभास है कि अगर अभी कोई उत्तर प्रदेश में बीजेपी को परेशान कर रही है, टक्कर दे रही है तो वे सपा ही है. इसलिए अधिकतर बीजेपी छोड़ने वाले नेताओं का रुख सपा की ओर ही है.