Dara Singh Chouhan Resigns: उत्तर प्रदेश, Dara Singh Chouhan Resigns: उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी का शह और मात का खेल जारी है. कभी भाजपा का पलड़ा भारी पड़ता है तो कभी सपा का. अब, उत्तर प्रदेश चुनाव से ठीक पहले भारतीय जनता पार्टी को एक और झटका लगा है. भाजपा […]
उत्तर प्रदेश, Dara Singh Chouhan Resigns: उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी का शह और मात का खेल जारी है. कभी भाजपा का पलड़ा भारी पड़ता है तो कभी सपा का. अब, उत्तर प्रदेश चुनाव से ठीक पहले भारतीय जनता पार्टी को एक और झटका लगा है. भाजपा के कैबिनेट मंत्री दारा सिंह चौहान ने भी कमल का साथ छोड़ साइकल की सवारी को चुना है.
योगी मंत्रिमंडल में वन, पर्यावरण और जंतु उद्यान मंत्री दारा सिंह चौहान ने भी पार्टी से इस्तीफ़ा दे दिया है. चौकाने वाली बात तो यह है कि दारा सिंह ने भी अपने इस्तीफे पार्टी के उपेक्षाकृत व्यवहार की बात कही. उन्होंने लिखा प्रदेश सरकार ने पिछड़ों, वंचितों, दलितों, किसानों की घोर उपेक्षा की है. इससे पहले बीते दिन स्वामी प्रसाद मौर्य ने भी अपने इस्तीफे में पार्टी के दलितों के प्रति उपेक्षित रवैये को इस्तीफे की वजह बताई थी और कहा था कि वे अपने आदर्शों के साथ समझौता कर दलितों के साथ अन्याय नहीं कर सकते.
‘सामाजिक न्याय’ के संघर्ष के अनवरत सेनानी श्री दारा सिंह चौहान जी का सपा में ससम्मान हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन!
सपा व उसके सहयोगी दल एकजुट होकर समता-समानता के आंदोलन को चरम पर ले जाएँगे… भेदभाव मिटाएँगे! ये हमारा समेकित संकल्प है!
सबको सम्मान ~ सबको स्थान!#मेला_होबे pic.twitter.com/rGxMYUyvsd
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) January 12, 2022
दारा सिंह चौहान के इस्तीफे के बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने उनका पार्टी में स्वागत किया है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा, ‘सामाजिक न्याय’ के संघर्ष के अनवरत सेनानी दारा सिंह चौहान (Dara Singh Chauhan) का सपा में ससम्मान हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन!’
परिवार का कोई सदस्य भटक जाये तो दुख होता है जाने वाले आदरणीय महानुभावों को मैं बस यही आग्रह करूँगा कि डूबती हुई नांव पर सवार होनें से नुकसान उनका ही होगा
बड़े भाई श्री दारा सिंह जी आप अपने फैसले पर पुनर्विचार करिये— Keshav Prasad Maurya (@kpmaurya1) January 12, 2022
एक के बाद एक दिग्गज नेताओं के पार्टी छोड़ने पर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का दर्द छलक आया है. उन्होंने अपनी नाराज़गी जाहिर करते हुए कहा कि परिवार का कोई सदस्य अगर मार्ग भटक जाए भटक जाये तो दुख होता है. जाने वाले आदरणीय महानुभावों को मैं बस यही आग्रह करूँगा कि डूबती हुई नांव पर सवार होनें से नुकसान उनका ही होगा. आगे उन्होंने दारा सिंह को बड़े भाई के रूप में संबोधित करते हुए अपने फैसले पर पुनर्विचार करने को कहा है.
BJP से इस्तीफे के बाद स्वामी प्रसाद मौर्य की मुश्किलें बढ़ गई हैं. उनके खिलाफ एमपी एमएलए को कोर्ट MP/MLA Court ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया है. स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ धार्मिक भावनाएं भड़काने, 2014 में देवी-देवताओं पर अभद्र टिप्पणी करने का केस चल रहा है. इस मामले में 24 जनवरी को सुनवाई होनी है.