उत्तर प्रदेश : UP यूपी में जैसे-जैसे विधानसभा का चुनाव UP Assembly Election नजदीक आता जा रहा है. नेता भाषा की मर्यादा भूलते जा रहे हैं. इस कड़ी में चाहे पूर्व सीएम अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) द्वारा नेहरू, गांधी और जिन्ना को लेकर दिया गया बयान हो, या इसके जवाब में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद […]
यूपी में जैसे-जैसे विधानसभा का चुनाव UP Assembly Election नजदीक आता जा रहा है. नेता भाषा की मर्यादा भूलते जा रहे हैं. इस कड़ी में चाहे पूर्व सीएम अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) द्वारा नेहरू, गांधी और जिन्ना को लेकर दिया गया बयान हो, या इसके जवाब में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या (Keshav Prasad Maurya) का उन्हें मो. अखिलेश अली जिन्ना कहना. या फिर इसपर पलटवार करते हुए सीएम योगी द्वारा पाकिस्तान परस्त बताना. वहीं सुहासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर का तो कहना ही क्या ? जो कुछ भी मन में आ रहा है आय दिन बोले जा रहे हैं.
इस फेहरिश्त में समाजवादी पार्टी के एक एमएलसी (MLC) डॉ राजपाल कश्यप Rajpal Kashyap के बोल बिगड़ गए. उन्होने भरे मंच से बीजेपी नेताओं की तुलना आवारा सांडों से कर दी. उत्तर प्रदेश के हरदोई में पार्टी कार्यालय पर आयोजित की गई पिछड़ा वर्ग की यात्रा में. सपा एमएलसी राजपाल कश्यप ने बीजेपी नेताओं की तुलना आवारा सांडों से करते हुए कहा कि अगर बीजेपी नेताओं की पत्नियां होती तो इन्हें चिमटा लेकर दौड़ा लेतीं. जो आदमी घर-परिवार नहीं चला सकता वह सरकार नहीं चला सकता है.
उन्होने कहा कि बीजेपी समाजवादी पार्टी से घबरा गई है. और अब षडयंत्र रचने की फिराक में है. होशियार रहना जैसे प्रदेश में लहलहाती फसल को सांड चर रहे हैं. वैसे सपा की लहलहाती फसल देखकर बीजेपी के कुछ सांड नेता मोहल्ले में घुसकर अफवाह फैला देंगे. आगे कहा कि मुख्यमंत्री चूड़ी फ्री मुख्यमंत्री हैं, जो किसी काम के नहीं हैं. घमंडी हैं. जनता 2022 के विधानसभा चुनाव में इन्हें ठीक कर देगी.
कश्यप ने आगे कहा कि मंदिर-मस्जिद, हिंदू मुसल्मान, और इण्डिया- पाकिस्तान ही अब इनके पास बचा है. इनकी सारी चालाकी पकड़ी जा रही है. ये अनाज देकर इतना भी एहसान नहीं कर रहे हैं जितना सांड चरे जा रहे हैं. इतना ही नहीं उन्होने सीएम योगी को नशे में धुत बताते हुए कहा. कि छापा पम्मी जैन के घर पड़ना था लेकिन अपने ही खजाने पीयूष जैन के यहां डलवा दिया.
दोपहर के बाद जब नशा उतरा तो टीवी चैनलों के यहां हाथ-पांव जोड़ रहे हैं कि न्यूज न चलाएं. बीजेपी वाले चौराहों पर सरकारी पैसों से विज्ञापन और होर्डिंग लगवा रहे हैं. अगर समाजवादी पार्टी के लाल टोपी वालों ने सांडों के साथ फोटो लगा दी तो कैसा रहेगा.