Punjab: Rail Roko Abhiyan दिल्ली की सीमा पर 1 साल से ज्यादा चले किसान आंदोलन की सफल समाप्ति के बाद, राज्य स्तर पर किसानों का संघर्ष अभी जारी है। कृषि ऋण की पूर्ण माफी और कृषि कानून आंदोलन के मृत लोगों के परिजनों को मुआवजे की मांग को लेकर पंजाब (Punjab) के किसान प्रदर्शन कर […]
दिल्ली की सीमा पर 1 साल से ज्यादा चले किसान आंदोलन की सफल समाप्ति के बाद, राज्य स्तर पर किसानों का संघर्ष अभी जारी है। कृषि ऋण की पूर्ण माफी और कृषि कानून आंदोलन के मृत लोगों के परिजनों को मुआवजे की मांग को लेकर पंजाब (Punjab) के किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। किसान मजदूर संघर्ष समिति ने आज से पंजाब में रेल रोको अभियान की शुरुआत कर दी है। जानकारी के मुताबिक, किसानों ने पंजाब के चार स्थानों पर रेलवे ट्रैक जाम किया है।
किसानों द्वारा किए जा रहे राज्यव्यापी रेल रोको अभियान ने यात्रियों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। बता दें कि किसानों ने जंडियाला-माना वाला ट्रैक, जालंधर-पठानकोट रेल ट्रैक, टांडा उड़मुड़ फिरोजपुर ट्रैक और अमृतसर-खेमकरण रेल ट्रैक घेर रखे हैं। रेलवे अधिकारियों के अनुसार इसके कारण 156 ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित हुई, 84 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया और 47 को शॉर्ट टर्मिनेट किया गया है।
कृषि ऋण की पूर्ण माफी और कृषि कानून आंदोलन के मृतकों को मुआवजे के साथ-साथ किसान फसलों में हुए नुकसान के लिए प्रति एकड़ 50 हजार रुपये मुआवजा चाहते हैं। साथ ही उनकी मांग है कि गन्ना फसल का बकाया भुगतान जल्द जारी किया जाए और ठेका व्यवस्था भी खत्म हो। किसान नेता सतनाम सिंह पन्नू ने कहा कि वे मांगें पूरी होने तक धरना खत्म नहीं करेंगे, अभी किसानों ने सिर्फ चार स्थानों को घेरा है यदि राज्य सरकार ने उनकी नहीं सुनी तो प्रदर्शन का दायरा बढ़ा दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि 28 सितंबर को वे सीएम चरणजीत सिंह चन्नी से मिले थे, जहां उन्हैं आश्वासन भी दिया गया था। लेकिन राज्य सरकार बाद में पीछे हट गई।