नई दिल्ली. संसद का शीतकालीन सत्र ( Parliament Winter Session ) शुरू हो गया है, कल संसद सत्र के पहले ही दिन तीनों कृषि कानूनों की वापसी को लेकर सांसदों ने जमकर हंगामा किया. संसद की गरिमा का सरेआम उललंघन किया गया, जिसके चलते राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने 12 विपक्षी सांसदों को […]
नई दिल्ली. संसद का शीतकालीन सत्र ( Parliament Winter Session ) शुरू हो गया है, कल संसद सत्र के पहले ही दिन तीनों कृषि कानूनों की वापसी को लेकर सांसदों ने जमकर हंगामा किया. संसद की गरिमा का सरेआम उललंघन किया गया, जिसके चलते राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने 12 विपक्षी सांसदों को निलंबित कर दिया था, साथ ही इस मामले के लिए जांच समिति का भी गठन किया था, समिति की सिफारिशों के आधार पर ही सांसदों के खिलाफ कार्रवाई की गई.
बीते दिन संसद के शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन जमकर हंगामा हुआ, जिसके चलते 12 विपक्षी सांसदों को निलंबित कर दिया गया. इस मामले पर विपक्ष एक ही सुर में उनके निलंबन को वापस लेने की मांग कर रहा है, विपक्ष की मांग पर सरकार का कहना था कि निलंबित सांसद जब तक माफ़ी नहीं मांगते तब तक उनके निलंबन को वापस नहीं लिया जाएगा.
किस बात की माफ़ी?
संसद में जनता की बात उठाने की?बिलकुल नहीं!
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 30, 2021
इसपर, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर सरकार का घेराव करते हुए कहा, किस बात की माफ़ी?
संसद में जनता की बात उठाने की? बिलकुल नहीं!
राहुल गाँधी के ट्वीट पर केंद्रीय मंत्री पियूष गोयल ने करारा जवाब दिया है, उन्होंने राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए सवाल उठाया कि क्या वो अपने सांसदों के कृत्य से सहमत है, या फिर वे खुद इसका समर्थन करते हैं.
बता दें कि संसद सत्र के दौरान विपक्ष ने जमकर हंगामा किया, सांसदों के द्वारा नारेबाजी के चलते राज्सयभा की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई. अब कल सुबह 11 बजे राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होगी.