नई दिल्ली. Cheteshwar Pujara खेल में नस्लवाद के लिए कोई जगह नहीं है. खेल में सभी खिलाड़ी एक समान है और इसे एकजुट होकर खेलते है. लेकिन इन सब के बावजूद भी हमे खेल के दौरान नस्लीय टिप्पणियां देखने को मिलती है. कई बार फैंस भी टीम के प्लेयर्स को ऐसी टिपणियाँ करते देखे गए […]
नई दिल्ली. Cheteshwar Pujara खेल में नस्लवाद के लिए कोई जगह नहीं है. खेल में सभी खिलाड़ी एक समान है और इसे एकजुट होकर खेलते है. लेकिन इन सब के बावजूद भी हमे खेल के दौरान नस्लीय टिप्पणियां देखने को मिलती है. कई बार फैंस भी टीम के प्लेयर्स को ऐसी टिपणियाँ करते देखे गए है. इस कड़ी में इंग्लैंड के खिलाड़ी जैक ब्रूक्स (Jack Brooks) ने चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) पर की गई नस्लीय टिपण्णी के लिए माफ़ी मागि है.
‘स्टीव’ (Steve) के रूप में किया संदर्भित
आपको बता दें जैक ब्रूक्स (Jack Brooks) ने चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) को उनके असली नाम का इस्तेमाल करने के बजाय उन्हें ‘स्टीव’ (Steve) के रूप में संदर्भित किया था.हलांकि ब्रूक्स अब समरसेट के लिए खेलते हैं, लेकिन 2015 में वह यॉर्कशायर क्रिकेट क्लब (Yorkshire) के साथ अपने पहले कार्यकाल के दौरान पुजारा के साथी थे. जैक ब्रूक्स (Jack Brooks) ने बताया कि तब वे इसे नस्लवादी व्यवहार के रूप में नहीं पहचानते थे, लेकिन अब वह इसे अस्वीकार्य मानते हैं.
जैक ब्रूक्स ने माफ़ी मांगते हुए कहा कि जब अतीत में यह ड्रेसिंग रूम के माहौल में हुआ था, तो पंथ या नस्ल की परवाह किए बिना उपनाम देना आम बात हो गई है. मैं इस संदर्भ में इसका इस्तेमाल करने की बात स्वीकार करता हूं, लेकिन अब स्वीकार करता हूं कि ऐसा करना अपमानजनक और गलत था. मैने इस सन्दर्भ में चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) से बात की है और उनसे और उनके परिवार से माफ़ी मांगी है. आपको बता दें जैक ब्रूक्स (Jack Brooks) का नाम अजीम रफीक के द्वारा डिजिटल, संस्कृति, मीडिया और खेल चयन समिति के दौरान दिए गए बयान में आया था. अजीम रफीक ने बताया की जैक ब्रूक्स (Jack Brooks) ने चेतेश्वर पुजारा को ‘स्टीव’ (Steve) कहने की परंपरा शुरू की थी.
नस्लवादी ट्वीट्स को लेकर भी जांच के दायरे में ब्रुक्स
स्टीव शब्द का उपयोग करने के अलावा, ब्रूक्स अपने ऐतिहासिक नस्लवादी ट्वीट्स के लिए भी जांच के दायरे में हैं. भले ही उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट डिलीट कर दिया हो, लेकिन उनके ट्वीट्स आज भी पब्लिक नॉलेज में है. अब जैक ब्रूक्स (Jack Brooks) समरसेट क्रिकेट क्लब के लिए खेलते है. ऐसे में अब समरसेट क्रिकेट क्लब भी इस मामलें में उनपर जांच करेगा।