नई दिल्ली. टी-20 विश्व कप 2021 को अपना चैंपियन ऑस्ट्रेलिया के रूप में मिल गया है. बेशक टीम इंडिया अपने निराशजनक प्रदर्शन के चलते ग्रुप स्टेज में ही बाहर निकल गया था. लेकिन क्रिकेट प्रशंसकों का अपनी टीम के लिए समर्थन और साथ बिलकुल भी कम नहीं हुआ है. दरअसल, कल यानि 17 नवम्बर से […]
नई दिल्ली. टी-20 विश्व कप 2021 को अपना चैंपियन ऑस्ट्रेलिया के रूप में मिल गया है. बेशक टीम इंडिया अपने निराशजनक प्रदर्शन के चलते ग्रुप स्टेज में ही बाहर निकल गया था. लेकिन क्रिकेट प्रशंसकों का अपनी टीम के लिए समर्थन और साथ बिलकुल भी कम नहीं हुआ है. दरअसल, कल यानि 17 नवम्बर से भारत न्यूज़ीलैंड के खिलाफ टी-20 कप और टेस्ट सीरीज़ खेलने उतरेगी. इन्हीं मैचों के लिए भारतीय टीम के हेड कोच राहुल द्रविड़ और रोहित शर्मा ने कुछ ख़ास नीतियां बनाई है जिनका खुलासा दोनों ने प्रेस कांफ्रेंस कर किया.
भारत की न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज से राहुल द्रविड़ का बतौर कोच काम शुरू हो जाएगा. बता दें कि पहला टी-20 मैच 17 नवंबर से खेला जाएगा. टी-20 सीरीज से पहले टीम के हेड कोच राहुल द्रविड़ पत्रकारों से लाइव बातचीत करते हुए नज़र आए. इसके साथ ही उन्होंने भारतीय टीम के खास प्लान का भी जिक्र किया. द्रविड़ ने कहा टीम जोश में हैं और एक नई उम्मीद के साथ आगे बढ़ेगी. द्रविड़ ने कहा कि उनके लिए तीनों फॉर्मेंट अहम होगें और तीनों फॉर्मट में खिलाड़ियों के वर्कलोड को मैनेज किया जाएगा. द्रविड़ ने सीधे तौर पर कहा कि उनका मकसद होगा कि टीम के खिलाड़ी तीनों फॉर्मेट में अच्छा परफॉर्मेंस करें.
राहुल द्रविड़ ने टीम की रणनीति पर आगे कहा हम उस बिंदु पर नहीं हैं जहां हम अलग-अलग प्रारूपों में अलग-अलग टीमों की तलाश कर रहे हैं. इस समय हमें खिलाड़ियों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य का सम्मान करने की जरूरत है. मैं चाहता हूं कि खिलाड़ी तरोताजा रहें और चालू रहें और ये चुनौतीपूर्ण समय है इसलिए मैं खिलाड़ियों के साथ काम करना चाहता हूं और यह सुनिश्चित करना चाहता हूं कि उन्हें आराम मिले. द्रविड़ ने कहा कि वो चाहते हैं कि खिलाड़ी रेस्ट भी करें और उन खिलाड़ियों को भी मौका मिले जो टीम में आने के हकदार हैं. इस समय मैं अलग-अलग प्रारूपों में अलग-अलग टीमों की तलाश नहीं कर रहा हूं.
राहुल द्रविड़ के साथ न्यूज़ीलैंड के खिलाफ होने वाली सीरीज़ पर रोहित शर्मा बोले मेरे कप्तानी में खिलाड़ियों को अपने तरीके से खेलने की छूट होगी. उनपर दवाब नहीं बनाया जाएगा. मैं चाहता हूं कि खिलाड़ी फीयरलेस क्रिकेट खेलें. खिलाड़ियों को निडर होकर खेलने देने में हमारी भूमिका अहम होगी. हमें उन्हें यह आश्वासन देना चाहते हैं कि खुलकर अपना गेम खेलें.