मणिपुर, बीते दिनों देश ने अपना एक और सपूत खो दिया था. मणिपुर राज्य के चुराचंदपुर जिले के ग्राम सियालसी के समीप हुए उग्रवादी हमले ( Manipur Ambush ) में रायगढ़ के वरिष्ठ पत्रकार सुभाष त्रिपाठी के पुत्र कर्नल विप्लव त्रिपाठी शहीद हो गए थे. हादसे में कर्नल के साथ उनकी पत्नी अनुजा त्रिपाठी व […]
मणिपुर, बीते दिनों देश ने अपना एक और सपूत खो दिया था. मणिपुर राज्य के चुराचंदपुर जिले के ग्राम सियालसी के समीप हुए उग्रवादी हमले ( Manipur Ambush ) में रायगढ़ के वरिष्ठ पत्रकार सुभाष त्रिपाठी के पुत्र कर्नल विप्लव त्रिपाठी शहीद हो गए थे. हादसे में कर्नल के साथ उनकी पत्नी अनुजा त्रिपाठी व पांच वर्षीय पौत्र अबीर त्रिपाठी की भी मौत हो गई. बता दें कि कर्नल अपने परिवार के साथ चेक पोस्ट इंस्पेक्शन के लिए निकले थे ऐसे में ही घात लगाए उग्रवादियों ने एलईडी ब्लास्ट कर उनकी गाड़ी को उड़ा दी. जिसमें मौके पर ही कर्नल विप्लव और उनकी पत्नी अनुजा की मौत हो गई थी.
आज मणिपुर में शहीद हुए कर्नल विप्लव त्रिपाठी और उनके परिवार का पार्थिव शरीर रायगढ़ पहुंचा. इसपर इनके अंतिम दर्शन के लिए शहर के हज़ारों की संख्या में जनसैलाब उमड़ पड़ा. सभी देश के इस वीर जवान के अंतिम दर्शन करना चाहते थे. कर्नल और उनके परिवार का अंतिम संस्कार रायगढ़ के सर्किट हाउस स्थित मुक्ति धाम में हुआ. जहाँ, शहीद विप्लव के छोटे भाई लेफ्टिनेंट कर्नल अनय त्रिपाठी ने उनको और अपनी भाभी अनुजा शुक्ला को मुखाग्नि दी. इस मौके पर असम राइफल्स के जवानों ने अपने कमांडेंट को गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया.
अंतिम संस्कार के लिए कर्नल विप्लव त्रिपाठी और उनके परिवार जिनमें उनकी पत्नी सुजाता और बेटा अबीर शामिल हैं. तीनों को विशेष विमान से रायगढ़ लाया गया था. कर्नल के सम्मान और शहादत के भाव में पूरा शहर बंद था लोग जगह-जगह कर्नल के दर्शन के लिए नम आँखों के साथ खड़े थे. हैलीपैड पर जैसे ही विमान लैंडिंग की सूचना मिली पूरा शहर का जान सैलाब अपने वीर सपूत के सम्मान में वहां आ गया. वहीं, इस दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की ओर से उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल ने शहीद कर्नल को भावभीनी श्रद्धांजलि दी.
देश के हीरो और कर्नल विप्लव त्रिपाठी की शहादत के सम्मान में पूरे शहर में यह अंतिम यात्रा निकाली गई जिसके चलते लोग लगातार कर्नल और उनके परिवार पर फूलों की वर्षा करते रहे. इसके साथ ही पूरी यात्रा के दौरान भारत माता की जय और विप्लव अमर रहे के नारे लगते रहे. शहर वासियों की आँखों में आंसू हुए हाथों में श्रद्धांजलि के फूल वास्तव में वीर कर्नल विप्लव त्रिपाठी के लिए सच्ची श्रद्धांजलि साबित हो रहे थे.