महाराष्ट्र. महाराष्ट्र के अमरावती में त्रिपुरा हिंसा के विरोध में अब भी बवाल जारी है, शुक्रवार को महाराष्ट्र में त्रिपुरा हिंसा के विरोध में मुस्लिम संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया. महाराष्ट्र के अमरावती में त्रिपुरा हिंसा ( Maharashtra Violence) का विरोध में बंद के दौरान कल हुई हिंसा के विरोध में बीजेपी व हिंदूवादी संगठन […]
महाराष्ट्र. महाराष्ट्र के अमरावती में त्रिपुरा हिंसा के विरोध में अब भी बवाल जारी है, शुक्रवार को महाराष्ट्र में त्रिपुरा हिंसा के विरोध में मुस्लिम संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया. महाराष्ट्र के अमरावती में त्रिपुरा हिंसा ( Maharashtra Violence) का विरोध में बंद के दौरान कल हुई हिंसा के विरोध में बीजेपी व हिंदूवादी संगठन सड़कों पर उतरे. नतीजतन आज भी हिंसा, पथराव व आगजनी की घटनाएं हुई. उपद्रवियों ने जगह-जगह पथराव किया है और काफी बवाल मचाया है. पुलिस ने मामले को शांत करवाने की कोशिश की, लेकिन फिर भी बवाल खत्म होता दिखाई नहीं दिया तो अमरावती में धारा 144 लगा दी गई है.
बीते दिन महाराष्ट्र के नादेड़, मालेगांव व अमरावती में जमकर हिंसा हुई, जिसमें कुछ पुलिसकर्मियों के घायल होने की खबरें आई थी. बता दें कि त्रिपुरा हिंसा के विरोध में कल मुस्लिम संगठनों ने महाराष्ट्र में प्रदर्शन किया, इसके खिलाफ भाजपा और हिंदू संगठनों ने अमरावती बंद की अपील की. सभी हिंदू संगठन और भाजपा के कार्यकर्ता राजकमल चौक पर एकजुट हुए. इसके बाद भीड़ ने तोड़फोड़ शुरू कर दी, हालांकि पुलिस ने उपद्रवियों को रोकने की कोशिश की लेकिन फिर भी मामला शांत होता नहीं दिखा, जिसके बाद अब अमरावती में धारा 144 लगा दी गई है.
बता दें बीते दिनों त्रिपुरा में साम्प्रदायिक हिंसा हुई थी, बांग्लादेश में हिंदुओं पर हुए हमले के बाद से ही त्रिपुरा में माहौल गरमा गया था. मुस्लिम संगठनों का आरोप था कि वहां पर उन्हें धमकी दी जा रही है और मस्जिदों में तोड़फोड़ की गई है लेकिन, पुलिस ने इन बातों को नकार दिया जिसकी वजह से त्रिपुरा में आगजनी होने लगी. अब इस हिंसा की लपटें महाराष्ट्र तक पहुँच गई हैं. बता दें कि इसी त्रिपुरा हिंसा के विरोध में आज महाराष्ट्र में भारत बंद का आवाह्न किया गया था, जिस दौरान महाराष्ट्र के नादेड़ में हिंसा भड़क गई. नादेड़ में जबरदस्ती दुकाने बंद करवाई गई और उपद्रवियों ने पुलिस पर भी पथराव किया है, इसी तरह की खबरें नासिक व अमरावती से भी आ रही है. मालेगांव में भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है.