नई दिल्ली. राफेल एक ऐसी डील जिसको लेकर अक्सर ( Rafale Controversy ) विपक्ष सरकार को घेरता नज़र आता है. ऐसे में एक बार फिर देश में सियासी आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला तेज हो गया है. राफेल डील को लेकर हुए नए खुलासे पर एक बार फिर बीजेपी और कांग्रेस आमने-सामने आ गए हैं. जानिए कौन […]
नई दिल्ली. राफेल एक ऐसी डील जिसको लेकर अक्सर ( Rafale Controversy ) विपक्ष सरकार को घेरता नज़र आता है. ऐसे में एक बार फिर देश में सियासी आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला तेज हो गया है. राफेल डील को लेकर हुए नए खुलासे पर एक बार फिर बीजेपी और कांग्रेस आमने-सामने आ गए हैं.
दरअसल, सुशेन गुप्ता के दादा सुशेन गुप्ता के दादा ब्रज मोहन गुप्ता का भी एविएशन की दुनिया में दखल रहा है और उन्होंने शुरुआत इंडियन एविट्रोन्क्सि के साथ की थी. इसके बाद उन्होंने कई अंतरराष्ट्रीय स्तर के डिफेंस और एविएशन इंडस्ट्री के महारथियों के साथ जान पहचान बनाई. इसके बाद यह एविएशन इंडस्ट्री का सिलसिला चलता रहा और सुशेन गुप्ता के पिता ब्रज मोहन गुप्ता के बाद सुशेन गुप्ता ने तीसरी पीढ़ी के रूप में एविएशन इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाई.
देश में राफेल को डील को लेकर एक बार फिर बीजेपी और कांग्रेस आमने-सामने हैं. एक बार फिर कांग्रेस ने बीजेपी को घेरा है. बीजेपी के मुख्य प्रवक्ता संबित पात्रा ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कारोबारी सुशेन गुप्ता का जिक्र किया और आरोप लगाया कि वह कोई नया खिलाड़ी नहीं है. संबित पात्रा ने कहा कि सुशेन गुप्ता का नाम वीवीआईपी अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर घोटाले में भी दलाली लेने के आरोप में सामने आया था.
वहीं, बताया जा रहा है कि राफेल डील के लिए दसॉ एविएशन ने सुशेन गुप्ता नाम के एजेंट को 65 करोड़ रुपये दिए थे. संबित पात्रा ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा कि राफेल डील में जो कुछ भी हुआ वह 2007 से 2012 के बीच हुआ है. ऐसे में अब सवाल उठ रहा है कि सुशेन गुप्ता कौन है. आपको बता दें कि राफेल डील में सुशेन गुप्ता का नाम सामने आने के बाद कांग्रेस ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि अगर बीजेपी के पास इस बात के सबूत है कि सुशेन गुप्ता ने दसॉ एविएशन से गुप्त रूप में पैसे लिए हैं, तो इसकी जांच क्यों नहीं की गई.