नई दिल्ली.Tihar jail जेल में बंद कैदियों के बीच हिंसक झड़प के मामले आये दिन सुनने को मिलते है. इस बार भारत की सबसे बड़ी जेल में कैदियों के बीच झड़प हुई जिसमें 3 कैदी जख्मी हो गए. इस बार झड़प में हाथापाई नहीं बल्कि ब्लेडबाजी हुई जिसमें 3 कैदी घायल हो गये.जेल प्रशासन के […]
नई दिल्ली.Tihar jail जेल में बंद कैदियों के बीच हिंसक झड़प के मामले आये दिन सुनने को मिलते है. इस बार भारत की सबसे बड़ी जेल में कैदियों के बीच झड़प हुई जिसमें 3 कैदी जख्मी हो गए. इस बार झड़प में हाथापाई नहीं बल्कि ब्लेडबाजी हुई जिसमें 3 कैदी घायल हो गये.जेल प्रशासन के अनुसार कैदी के 2 गुटों के बीच यह झड़प हुई जिसमें 4 कैदियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है. एक घायल कैदी को दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में भर्ती कराया गया जबकि अन्य 2 कैदियों को सफदरजंग अस्पताल भेजा गया. खबरों के मुताबिक अभी तीनों कैदी की हालत खतरे से बाहर है.घटना जेल नंबर 1 की है, जिसमेें तीनों कैदी बंद थे. हरिनगर थाना पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज किया है और 4 बंद कैदियों के खिलाफ करवाई की जा रही है.
तिहाड़ जेल भारत की सबसे बड़ी जेल हैं,ऐसे मामलों से जेल की सुरक्षा वव्य्स्था पर बड़ा सवाल उठता है. हलांकि यह पहली बार नहीं हैं जब किसी कैदी ने ऐसा किया हो, तिहाड़ जेल में पहले भी एक्सटॉर्शन रैकेट चलाने वाले गैंग का पर्दाफाश हुआ था. जेल में बंद होने के बावजूद भी कैदी सभी सुख सुवुधाएं का आनंद ले रहे हैं. यह सब जेल प्रशासन पर बड़ा सवाल खड़ा करता हैं. जेल में बंद कैदी मोबाइल फ़ोन के जरिये अपना गैंग ऑपरेट कर रहे हैं और बड़ी-बड़ी घटनाओं को अंजाम दे रहे है. रोहिणी शूटआउट केस में भी जेल में बंद गैंगस्टर लगातार अपने गैंग के लोगो के साथ फ़ोन से कनेक्ट था और पल पल की खबर ले रहा था. यह सब बिना प्रशासन के मिली भगत के नामुनकिन है और प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करता है.
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