उत्तर प्रदेश. लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में हर रोज़ नए खुलासे हो रहे हैं, यह मामला रोज़ नए मोड़ ले रहा है. बता दें कि बीते दिनों लखीमपुर खीरी में भाजपा नेता के बेटे ने किसानो को गाड़ी से रौंद दिया था, जिसमें 8 किसानों की मौत हो गई थी. अब इस मामले से यूपी […]
उत्तर प्रदेश. लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में हर रोज़ नए खुलासे हो रहे हैं, यह मामला रोज़ नए मोड़ ले रहा है. बता दें कि बीते दिनों लखीमपुर खीरी में भाजपा नेता के बेटे ने किसानो को गाड़ी से रौंद दिया था, जिसमें 8 किसानों की मौत हो गई थी. अब इस मामले से यूपी की सियासत गरमा गई है. इस हिंसा के चलते कुछ लोगों ने कथित तौर पर कई भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी. अब इस मामले पर भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष राकेश टिकैत ( Rakesh Tikait on BJP workers lynching ) ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. राकेश टिकैत ने कहा कि वे उन लोगों को दोषी नहीं मानते हैं जिन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या की है.
शनिवार को भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने लखीमपुर खीरी हिंसा के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं की लिंचिंग को वह गलत नहीं मानते, उन्होंने कहा कि वह एक्शन का रिएक्शन था, उसके पीछे कोई साजिश नहीं थी, इसलिए हम उसे गलत नहीं मानते हैं.
#WATCH | "That was the reaction to the action. There was no planning involved and that doesn't amount to murder," says BKU leader Rakesh Tikait on the killing of three BJP workers during the Lakhimpur Kheri violence pic.twitter.com/se2NViuu2Z
— ANI (@ANI) October 9, 2021
राकेश टिकैत ने कहा, ” मैं भाजपा कार्यकताओं की लिंचिंग करने वालों को दोषी नहीं मानता क्योंकि उन्होंने तो प्रदर्शनकारियों के ऊपर एसयूवी कार चढ़ाए जाने की प्रतिक्रिया में ऐसा किया.”
बता दें कि इस मामले पर संयुक्त किसान मोर्चा के नेता योगेंद्र यादव ने कहा कि हमें लोगों की मौत पर दुख है, चाहे वह भाजपा कार्यकर्ता हों या किसान. यह दुर्भाग्यपूर्ण था और हमें उम्मीद है कि न्याय मिलेगा.
लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में किसानों की हत्या करने का उत्तर प्रदेश के गृह राज्य मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा पर आरोप है. किसानों ने आशीष के गिरफ्तारी की मांग की है. साथ ही, किसानों ने यह भी मांग की है कि मंत्री अजय मिश्रा टेनी को उनके पदभार से बर्खास्त किया जाए.