गांधीनगर. गुजरात के नये CM के रूप में भूंपेद्र पटेल के शपथग्रहण के बाद गुुरुवार को 24 मंत्रियों ने भी शपथ ले ली. विजय रूपाणी मंत्रिमंडल के सभी मंत्रियों को हटा दिया गया है. मिशन 2022 के मद्देनजर हुए इस विस्तार में जाति और क्षेत्र का पूरा ध्यान रखा गया है. मंत्रिमंडल में संतुलन बनाने […]
गांधीनगर. गुजरात के नये CM के रूप में भूंपेद्र पटेल के शपथग्रहण के बाद गुुरुवार को 24 मंत्रियों ने भी शपथ ले ली. विजय रूपाणी मंत्रिमंडल के सभी मंत्रियों को हटा दिया गया है. मिशन 2022 के मद्देनजर हुए इस विस्तार में जाति और क्षेत्र का पूरा ध्यान रखा गया है.
मंत्रिमंडल में संतुलन बनाने के लिए स्पीकर राजेंद्र त्रिवेदी से इस्तीफा दिलाकर उन्हें कैबिनेट में दूसरे नंबर की जगह दी गई है. 1995 के बाद गुजरात की परिस्थितियों पर गौर करेंगे तो पाएंगे कि नरेंद्र मोदी को छोड़कर किसी सीएम ने कार्यकाल पूरा नहीं किया. केशुभाई पटेल, आनंदीबेन पटेल और विजय रूपाणी तीनों को चुनाव से 15 महीने पहले हटा दिया गया क्योंकि एंटी इस्टेब्लिमेंट फैक्टर के प्रभाव को कम करना है. कोरोना की दूसरी लहर में जिस तरह से गुजरात में हाय तौबा मची और रूपाणी सरकार असहाय नजर आई उसको लेकर शीर्ष नेतृत्व नाराज दिखा क्योंकि लोग नाराज थे इसीलिए पूरे घर को बदला गया है ताकि लोगों की नाराजगी दूर की जा की जा सके. खबर है कि 50 फीसद विधायकों के टिकट भी कटेंगे. हालांकि इसको लेकर मुख्यमंत्री रहे विजय रूपाणी और उप मुख्यमंत्री रहे नितिन पटेल व उनके समर्थक नाराज हैं लेकिन पार्टी नेतृत्व ने उन्हीं को मनाने की जिम्मेदारी दे दी है. अब देखना यह है कि 182 सदस्यीय विधानसभा में 2017 के चुनाव में डलब डिजिट 99 पर सिमटने वाली बीजेपी 2022 में लक्ष्य भेद लेती है या लोगों के गुस्से का शिकार होती है.