Oxygen Crisis in Patna: पटना के 16 अस्पतालों ने महज एक या डेढ़ घंटे की ऑक्सीजन बची हुई है। आज ऑक्सीजन एजेंसी ने अस्पतालों में ऑक्सीजन की आपूर्ति नहीं की है। एजेंसी संचालक ने अपना मोबाइल फोन भी बंद कर दिया है।
पटना/ देश के सभी राज्यों में कोरोना अपना भयावह रूप लेता जा रहा है। दिल्ली, मुंबई, यूपी, महाराष्ट्र, लखनऊ, पटना, कानपुर, वाराणसी, गुरुग्राम, मुंबई में लोगों में दहशत फैली हुई है, क्योंकि पूरा का पूरा परिवार कोविड की चपेट में आ रहा है। देश के सभी राज्यों में लोग रेमडेसिविर के एक एक इंजेक्शन के लिए, तो कहीं ऑक्सीजन के एक एक सिलेंडर के लिए तड़प रहे है। वहीं पटना के सरकारी और प्राइवेट, छोटे और बड़े सभी अस्पतालों की हालत एक जैसी हो गई है। किसी भी अस्पताल को जरूरत तक की ऑक्सीजन नही मिल रही है।
पटना के 16 अस्पतालों ने महज एक या डेढ़ घंटे की ऑक्सीजन बची हुई है। आज ऑक्सीजन एजेंसी ने अस्पतालों में ऑक्सीजन की आपूर्ति नहीं की है। पटना के 16 अस्पतालों में गौरव एयर प्रोडक्ट लिमिटेड एजेंसी ऑक्सीजन की आपूर्ति करता है। एजेंसी संचालक ने अपना मोबाइल फोन भी बंद कर दिया है। इतनी बुरे हालात में, संकट के हालात में जिस एजेंसी पर इतनी बड़ी जिम्मेदारी ऑक्सीजन सप्लाई की है और उस एजेंसी के संचालक का फोन बंद आ रहा है।
पटना के बड़े अस्पताल इंदिरा गांधी इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस में ऑक्सीजन सिलेंडर की भारी किल्लत हो गई है। इंदिरा गांधी इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस के अधीक्षक मनीष मंडल ने बयान दिया, उन्होंने कहा कि अस्पताल में केवल एक घंटे का ऑक्सीजन बचा है और अस्पताल में 100 से ज्यादा मरीज ऑक्सीजन सपोर्टर है। उसके बाद क्या होगा कोई अंदाजा नहीं लगा सकता है। इस वक्त अस्पताल को कम से कम 250 ऑक्सीजन सिलेंडर की जरूरत है।
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