Rajgarh SP and Collector Installed Ventilator: राजगढ़ जिला चिकित्सालय में चार वेंटिलेटर छ महीने से राजगढ़ जिला अस्पताल के स्टोर रूम में पड़े थे क्योंकि उन्हें सही करने कोई इंजीनियर नही आ पा रहे थे. ऐसे में रुड़की से बीटेक कर दो वर्ष निजी कम्पनी में इंजीनियर रहे एसपी प्रदीप शर्मा को अपना हुनर याद आ गया और एसपी कलेक्टर दोनों ने आंखों ही आंखों से एक दूसरे से इशारों में बाते कर बेकार पड़े वेंटिलेटर को ठीक कर राजगढ़ कोविड वार्ड में इंस्टाल भी कर दिए.
राजगढ़/ राजगढ़ में कलेक्टर नीरज सिंह और एसपी प्रदीप शर्मा के जज्बे से राजगढ़ जिला प्रशासन को दो वेंटिलेटर मिल गए. दरअसल कलेक्टर नीरज सिंह और एसपी प्रदीप शर्मा पीपीई कीट पहनकर अचानक राजगढ़ जिला चिकित्सालय के कोरोना वोर्ड पहुंच गए. कलेक्टर को जब वेंटिलेटर की कमी की जानकारी मिली, तो छ माह पहले से स्टोर रूम में पड़े चार वेंटिलेटर्स को निकलवाया और उन्हें कलेक्टर एसपी मिलकर सही करने बैठ गए. कलेक्टर और एसपी की महंत से बंद वेंटिलेटर चालू हो गए.
हालांकि बंद पड़े चार वेंटिलेटर को कलेक्टर और एसपी की मेहनत से दो वेंटिलेटर चालू हो सके. चार वेंटिलेटर छ महीने से राजगढ़ जिला अस्पताल के स्टोर रूम में पड़े थे क्योंकि उन्हें सही करने कोई इंजीनियर नही आ पा रहे थे. जिसके वजह से उन वेंटिलेटर का कोई मरीज प्रयोग नहीं कर पा रहे थे. ऐसे में रुड़की से बीटेक कर दो वर्ष निजी कम्पनी में इंजीनियर रहे एसपी प्रदीप शर्मा को अपना हुनर याद आ गया और एसपी कलेक्टर दोनों ने आंखों ही आंखों से एक दूसरे से इशारों में बाते कर बेकार पड़े वेंटिलेटर को ठीक कर राजगढ़ कोविड वार्ड में इंस्टाल भी कर दिए.
बता दें कि इस दौरान एसपी प्रदीप शर्मा और कलेक्टर नीरज सिंह ने मरीजों का हालचाल भी पूछा और अस्पताल की सभी व्यवस्थाएं भी देखी. खैर बंद पड़े वेंटिलेटर इंस्टाल करने में पीडब्ल्यूडी इंजीनियर सुमित सिंह और नपा इंजीनियर अंकित सिंह ने भी एसपी और कलेक्टर को वेंटिलेटर विवरणिका पुस्तक में देखकर उनकी मदद की. एसपी और कलेक्टर के इस जज्बे से अब उन वेंटिलेटर का प्रयोग कर कई मरीजों की जान बचाई जा सकेगी.