UP Panchayat Election 2021 : उत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव 2021 15 अप्रैल से शुरू होने वाले चार चरणों में आयोजित किया जाएगा, जबकि परिणाम 2 मई को घोषित किए जाएंगे.भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पांच जिलों के पंचायत चुनाव उम्मीदवारों की अपनी सूची घोषित की जिसमें भाजपा के पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर जिन्हें नाबालिग से बलात्कार के मामले में दोषी ठहराया गया है उनकी पत्नी संगीता सेंगर शामिल हैं.
नई दिल्ली. भारतीय जनता पार्टी ने उन्नाव के बहुचर्चित रेप मामले में दोषी पूर्व विधायक कुलदीप सेंगर की पत्नी संगीता सेंगर को जिला पंचायत सदस्य का उम्मीदवार बनाया है. संगीता सेंगर उन्नाव की निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष हैं और बीजेपी ने एक बार फिर उन्हीं पर भरोसा जताया है. संगीता सेंगर को उन्नाव ज़िले के फतेहपुर चौरासी तृतीय से जिला पंचायत सदस्य का टिकट दिया गया है.
बता दें भाजपा उम्मीदवार के रूप में, कुलदीप सेंगर ने 2017 में उन्नाव की बांगरमऊ विधानसभा सीट से राज्य विधानसभा चुनाव जीता था. हालांकि, नाबालिग से बलात्कार के मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद यह सीट खाली हो गई थी और उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था. 2020 में, उन्नाव बलात्कार पीड़िता के पिता की मौत के मामले में सेंगर को दस साल की जेल की सजा सुनाई गई और 10 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया.
उत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव 2021 15 अप्रैल से शुरू होने वाले चार चरणों में आयोजित किया जाएगा, जबकि परिणाम 2 मई को घोषित किए जाएंगे. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पांच जिलों के पंचायत चुनाव उम्मीदवारों की अपनी सूची घोषित की जिसमें भाजपा के पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर जिन्हें नाबालिग से बलात्कार के मामले में दोषी ठहराया गया है उनकी पत्नी संगीता सेंगर शामिल हैं.
संगीता 2016 से 2021 तक उन्नाव की जिला पंचायत अध्यक्ष थीं और उन्हें जिला पंचायत सदस्य के लिए फतेहपुर चौरासी त्रितया सीट से टिकट दिया गया है. उन्नाव में विभिन्न जिला पंचायत वार्डों के लिए 51 उम्मीदवारों के नाम जारी किए गए. बीजेपी ने असोहा (दूसरे) से निवर्तमान ब्लॉक प्रमुख अरुण सिंह और सरसी (प्रथम) से आनंद अवस्थी को मैदान में उतारा है, आनंद बीजेपी राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति के सदस्य भी हैं.
संगीता 2016 में उन्नाव जिले से जिला पंचायत अध्यक्ष बनी थीं. चयनित जिलों से हर दिन उम्मीदवार घोषित किए जा रहे हैं. गुरुवार को उन्नाव, मऊ, बलरामपुर, बस्ती और कुशीनगर से प्रत्याशियों की घोषणा की गई.
यूपी ग्राम पंचायत चुनाव 2021 योगी आदित्यनाथ की अगुवाई वाली भाजपा सरकार की लोकप्रियता का एक महत्वपूर्ण परीक्षण होगा, और विपक्षी दलों को जनता के मूड को भांपने का मौका मिलेगा, खासकर जब वे देश में किसानों के विरोध प्रदर्शनों की पृष्ठभूमि में आते हैं. यूपी के कुछ हिस्सों को भी अपनी चपेट में ले लिया.