IFFCO Fertiliser Rates: इफको के प्रबंध निदेशक डॉ यू एस अवस्थी ने ट्वीट कर कहा है कि इफको 11.26 लाख मिट्रिक टन उर्वरक पुराने रेट पर ही बेचेगा. उन्होंने ये भी कहा कि अंतराष्ट्रीय बाजार में कच्चे माल की बढ़ी कीमतों की वजह से दाम बढ़े हैं जिसे कम करने के लिए इफको लगातार अपने सप्लायर्स से बातचीत कर रहा है.
नई दिल्ली: कोरोना संकट के बीच महंगाई की मार झेल रहे किसानों को फौरी राहत देते हुए भारत की सबसे बड़ी उर्वरक सहकारी संस्था इफको ने एलान किया है कि स्टॉक में पड़े 11.26 लाख मिट्रिक टन रासायनिक खाद को पुराने रेट पर ही बेचेगी. यानी फिलहाल खाद के नए दाम किसानों से नहीं वसूले जाएंगे और उनसे DAP पुरानी कीमत 1200 रूपये प्रति बैग ही बिकेगा.
इफको ने कहा है कि नई दरों के साथ जो मैटेरियल आ रहा है वो फिलहाल किसानों को नहीं बेचा जाएगा. इफको का कहना है कि पुराना स्टॉक खत्म होने तक कीमतें कम हो सकती है. यही नहीं, बढ़ी हुई कीमतें कम करने को लेकर इफको इंटरनेशनल रॉ मैटेरियल सप्लायर्स से भी संपर्क में है. इफको का कहना है कि वो किसानों के हित में कीमतों को कम करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं.
इफको के प्रबंध निदेशक डॉ यू एस अवस्थी ने ट्वीट कर कहा है कि ‘इफको संगठन यह सुनिश्चित करता है कि बाजार में पुराने मूल्य पर पर्याप्त सामग्री उपलब्ध हों. इफको विपणन टीम को यह निर्देश दिया गया है कि किसानों को केवल पुराने मूल्ययुक्त पैकशुदा सामान ही बेचे जाएं. हम हमेशा किसानों के सर्वोपरि हित को ध्यान में रखकर ही कोई निर्णय लेते हैं.
उन्होंने आगे कहा कि ‘कॉम्प्लेक्स उर्वरकों के लिए इफको द्वारा नये उल्लेखित मूल्य केवल अस्थायी हैं. कंपनियों द्वारा कच्चे माल की अंतरराष्ट्रीय कीमतों को अभी अंतिम रूप दिया जाना है. कच्चे माल के अंतरराष्ट्रीय मूल्य में तेजी का रुझान है.’ दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा ‘विनिर्माण संगठन होने के नाते हमें अपने संयंत्रों द्वारा प्रसंस्कृत नई सामग्री को प्रेषित करने के लिए बैगों पर मूल्य अंकित करना पड़ता है. पत्र में उल्लेखित मूल्य केवल बैगों पर दिखाने के लिए उद्धृत अस्थायी मूल्य है, जो अनिवार्य है.’
डॉ अवस्थी ने बताया कि इफको 11.26 लाख टन कॉम्प्लेक्स उर्वरकों की बिक्री पुरानी दरों पर ही करेगी. बाजार में उर्वरकों की नई दरें किसानों को बिक्री के लिए नहीं हैं. DAP 1200 रुपये, NPK 10:26:26 1175 रुपये, NPK 12:32:16 1185 रुपये और NPS 20:20:0:13 925 रुपये में ही मिलेगा.
गौरतलब है कि अंतराष्ट्रीय बाजार में फॉस्फोरिक एसिड और रॉक फॉस्फेट की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि हुई है. ये दोनों रसायन DAP में इस्तेमाल होते हैं. भारत में इन दोनों रसायनों का उत्पादन काफी कम है लिहाजा ये दोनों उत्पाद विदेशों से आयात किए जाते हैं. अंतराष्ट्रीय बाजार में बढ़ी कीमतों के चलते DAP महंगा हो गया है जिसे काबू में लाने की कोशिशें की जा रहा है.