Kartik Purnima 2020: जानिए कार्तिक पूर्णिमा पर स्नान, दान का महत्व, राशि अनुसार करें दान

Kartik Purnima 2020: कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान और दान का बड़ा महत्व बताया गया है. माना जाता है कि दान का महत्व तब और भी ज्यादा बढ़ जाता है जब दान राशि के अनुसार किया गया हो. इसलिए दान हमेशा राशि के अनुसार करना चहिए.

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Kartik Purnima 2020: जानिए कार्तिक पूर्णिमा पर स्नान, दान का महत्व, राशि अनुसार करें दान

Aanchal Pandey

  • November 28, 2020 6:31 pm Asia/KolkataIST, Updated 4 years ago

नई दिल्ली: वर्ष 2020 में कर्तिक पूर्णिमा 30 नवंबर को है. शास्त्रों के अनुसार, इस दिन गंगा स्नान, दीपदान और ईश्वर की उपासना का बड़ा महत्व माना जाता है. कर्तिक पूर्णिमा पर किए जाने वाले दान-पुण्य फलदायी होते हैं. इसलिए इस दिन गरीबों और जरुरतमंदों को कपड़े, खाने का दान करना चहिए. मना जाता है कि इस दिन किए गए दान से भगवान विष्णु की विशेष कृपा मिलती है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कार्तिक पूर्णिमा के खास पर्व पर राशि अनुसार दान करने से अधिक लाभ प्राप्त होता है. आइए आपको बताते हैं आपकी रशि अनुसार कार्तिक पूर्णिमा पर क्या दान करें.

राशि अनुसार करें दान

मेष- मेष राशि के लोगों को कार्तिक मास की पूर्णिमा के खास दिन पर गुड़ का दान अवश्य करना चाहिए.
वृष- किसी जरुरतमंद को गर्म कपड़ों का दान करना चहिए.
मिथुन- कार्तिक पूर्णिमा के दिन मिथुन राशि को मूंग की दाल का दान करना चहिए.
कर्क- इस राशि के जातकों को कार्तिक मास की पूर्णिमा के दिन चावलों का दान अवश्य करना चाहिए.
सिंह- गेहूं का दान करने से सिंह राशि वालों को जीवन में कामयाबी हासिल होगी.
कन्या- कन्या राशि वाले लोगों को कार्तिक मास की पूर्णिमा के दिन जानवरों को हरे रंग का चारा खिलाना चाहिए
तुला- इस विशेष दिन पर तुला राशि वालों को भोजन का दान करने से धन में लाभ प्राप्त होगा
वृश्चिकृ- इस राशि के लोगों को कार्तिक मास की पूर्णिमा के दिन गुड़ और चना बंदरों को खिलाने चाहिए.
धनु- कार्तिक पूर्णिमा के दिन गर्म खाने की चीजें, जैसे बाजरा, चने की दाल अवश्य दान करें.
मकर- कंबल का दान करना मकर राशि के जातकों के लिए बहुत लाभदायक बताया गया है.
कुंभ- कुंभ राशि के लोगों को कार्तिक मास की पूर्णिमा के दिन काली उड़द की दाल अवश्य दान करनी चाहिए.
मीन- मीन राशि के लोगों को कार्तिक मास की पूर्णिमा के दिन हल्दी और बेसन की मिठाई का दान अवश्य करना चाहिए.

कार्तिक पूर्णिमा का महत्व

पौराणिक कथाओं के अनुसार, कार्तिक पूर्णिमा की संध्या पर भगवान विष्णु का मत्स्यावतार हुआ था. साथ ही ऐसे भी कहा जाता है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन महादेव ने त्रिपुरासुर नाम के राक्षस का वध किया था, इसलिए इसे त्रिपुरी पूर्णिमा के नाम से भी जानते हैं. बता दें कि इस साल कार्तिक पूर्णिमा दो दिन मनाई जाएगी.

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