Army Canteen Import Ban: जून जुलाई से ही विदेशी शराब कंपनियों को भारतीय सेना की तरफ से इंपोटेड स्कॉच की डिमांड कम मिलने लगी थी. ऐसा पहली बार हो रहा था लिहाजा स्कॉच कंपिनयों को भी अंदाजा था कि आज ना कल भारतीय सेना की कैंटीन उनकी स्कॉच का इंपोट कम या खत्म कर सकती है.
नई दिल्ली: सरकार ने सेना की कैंटीन में मिलने वाले करीब चार हजार सामान जिनका विदेशों से आयात होता था, उसपर रोक लगा दी है. खास तौर पर विदेशी स्कॉच भी इस लिस्ट में शामिल है. आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत इन सामनों के आयात पर रोक लगाई गई है. जानकारी के मुताबिक इन सभी वस्तुओँ के आयात पर रोक लगाने से पहले तीनों सेनाओं की सलाह ली गई है. देश में करीब चार हजार आर्मी कैंटीन है जहां डिस्काउंट रेट पर सामान मिलता है. ये सुविधा सिर्फ वर्तमान और पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों को मिलता है. सेना की कैंटीन में आम तौर पर सबसे ज्यादा इलेक्ट्रानिक सामानों और इंपोटेड शराब की डिमांड रहती है. सरकार के फैसले के बाद अब इन कैंटीन्स से विदेशी सामान नहीं बेचा जा सकेगा.
गौरतलब है कि 19 अक्टूबर को रक्षा मंत्रालय ने विदेशी वस्तुओं के आयात पर बैन लगाने का आदेश जारी किया जिसमें कहा गया था कि विदेश से कोई सामान डायरेक्ट इम्पोर्ट नहीं किया जा सकेगा. आदेश के मुताबिक इस बारे में सेना, एयरफोर्स और नेवी से मई और जुलाई के बीच बातचीत हो चुकी है. ऑर्डर में ये भी कहा गया कि ये फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के घरेलू उत्पादों को बढ़ावा देने की पहल के तहत किया गया है.
सेना द्वारा फिलहाल विस्तार से उन सामानों की जानकारी नहीं दी गई है जिनका आयात नहीं किया जा सकेगा लेकिन सूत्रों का कहना है कि इसमें विदेशी शराब शामिल है जिसकी सबसे ज्यादा कैंटीन में डिमांड रहती है. विदेशी शराब कंपनियों को जून से ही आर्डर कम मिलने शुरू हो गए थे और तभी से कयास लगाए जा रहे थे कि सेना की कैंटीन में इंपोटेड शराब की बिक्री पर रोक लग सकती है. जानकारी के मुताबिक सेना की कैंटीनि में मिलने वाला करीब 7 फीसदी सामान इंपोट होता है. इसके अलावा चीन से आयात किए जाने वाले सामान जैसे डाइपर्स, वैक्यूम क्लीनर, हैंडबैग और लैपटॉप आदि पर भी रोक लगेगी.
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