School Reopen: नरेंद्र मोदी सरकार ने 15 अक्टूबर 2020 से स्कूल खोलने का फैसला किया है. कुछ राज्य जहां 15 अक्टूबर को स्कूल खोल रहे हैं वहीं कुछ राज्यों ने कोरोना के कारण स्कूल खोलने का नहीं फैसला किया है.
School Reopen: कोरोना संकट के बीच केंद्री सरकार ने 15 अक्टूबर 2020 से स्कूल खोलने के आदेश दिया है. हालांकि केंद्र ने स्कूल खोलने पर फैसला लेने की आजादी राज्य सरकारों को दी है. बता दें कि कुछ राज्यों जैसे बिहर, पंजाब और राजस्थान में स्कूल खुळ रहे हैं. लेकिन कुछ राज्य अभी भी कोरोना को देखते हुए स्कूल खोलने को तैयार नहीं है. इन सबके बीच सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर #schoolखुलनेदीजिए ट्रेंड हो रहा है. इसमें स्कूल खुलने और न खुलने दोनों ही पक्ष में लोग बोल रहे हैं.
15 अक्टूबर से स्कूल खोलने का समर्थन में कई दलीलें सोशल मीडिया पर लोग दे रहे हैं. अब इन यूजर को ही लीजिए. ये कह रही हैं कि स्टूडेंट ऑनलाइन जूम कॉल पर संस्कृत होमवर्क की जगह हिंदी होमवर्क दिखा रहे हैं. वीडियो में जो पढ़ाया जा रहा उनसे वे एक भी शब्द नहीं सीख रहे. परीक्षा के पेपर पेरेंट्स लिख रहे हैं. बच्चे मोटे हो रहे हैं, बहाना बनाकर जवाब नहीं देते. कई ट्विटर यूजर स्कूल खोले जाने के पक्ष में बिल्कुल भी नहीं हैं. तर्क है कि जब तकनीक की मदद से घर पढ़ना संभव नहीं है, बड़ी संख्या में लोग ऐसे अभिभावकों की तरफदारी कर रहे हैं.
बता दें कि सर्वेक्षणों में भी सामने आया है देश के 71 प्रतिशत अभिभावक बच्चों को स्कूल भेजने को तैयार नहीं हैं. एक यूजर ने लिखा कि बच्चे राष्ट्रीय संपत्ति माने जाते हैं, इसलिए उनकी जिंदगी को खतरे में नहीं डालना चाहिए. मेरा पूरा विश्वास है कि स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी तभी खोले जाएं जब देश पूरी तरह कोरोना मुक्त हो जाए. वरना जो बच्चे फाइनल ईयर्स में नहीं हैं, उन्हें अगले क्लास में प्रमोट कर दीजिए.
बता दें कि कोरोना लॉकडाउन के चलते घरों में लंबे समय से रह रहे छात्र अपने स्कूल नहीं जा पा रहे हैं. वो घर पर रहकर बोर हो चुके हैं. ट्विवटर पर ये ट्रेंड स्टूडेंट्स की ओर से ही चलाया गया है. वहीं अभिभावक विरोध दर्ज कर रहे हैं. वहीं कुछ स्टूडेंट्स स्कूल न खुलने के फैसले से खुश भी नजर आ रहे हैं. एक यूजर ने लिखा कि मैं क्लास 12 का स्टूडेंट हूं. मैं ई लर्निंग और ऑनलाइन क्लासेज से पूरी तरह संतुष्ट हूं, जिनके पास फ्री टाइम है और कोई काम नहीं है, वही इसे ट्रेंड कर रहे हैं.