Hathras Case Update: गुरुवार को पीड़ित परिवार से मिलने हाथरस के लिए निकले कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को यूपी पुलिस ने पहले बल से रोकने की कोशिश की. धक्का मुक्की की. राहुल गांधी को जमीन पर गिरा दिया, फिर भी नहीं माने तो धारा 144 का हवाला देकर हिरासत में ले लिया और दिल्ली भेज दिया. आज टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन हाथरस पहुंचे तो उनके साथ भी धक्का-मुक्की की गई और उन्हें जमीन पर गिरा दिया गया.
नई दिल्ली: हाथरस कांड को यूपी प्रशासन जितना छुपाने की कोशिश कर रहा है उतनी ही केस की कलई खुलती जा रही है. प्रशासन ने मीडिया को गांव में घुसने से रोकने के लिए पूरे इलाके को छावनी बना दिया और फिर सिक्योर लाइन देखकर हाथसर के डीएम साहब पीड़ित परिवार को धमकाने चले गए. उनसे कहा कि बेटी कोरोना से मर जाती तो क्या मुआवजा मिलता? मीडिया वाले आधे चले गए… आधे और चले जाएंगे. प्रशासन यहीं है, देख लीजिए आपको बयान बदलना है या नहीं, कल को कहीं हम भी ना बदल जाएं.. डीएम साहब को क्या पता था कि परिवार उनका ये वीडियो भी बना लेगा और यूपी प्रशासन का नंगा चेहरा दुनिया के सामने उजागर कर देगा.
गुरुवार को पीड़ित परिवार से मिलने हाथरस के लिए निकले कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को यूपी पुलिस ने पहले बल से रोकने की कोशिश की. धक्का मुक्की की. राहुल गांधी को जमीन पर गिरा दिया, फिर भी नहीं माने तो धारा 144 का हवाला देकर हिरासत में ले लिया और दिल्ली भेज दिया. आज टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन हाथरस पहुंचे तो उनके साथ भी धक्का-मुक्की की गई और उन्हें जमीन पर गिरा दिया गया. यही नहीं उनके साथ गईं टीएमसी की महिला नेता और सांसद का कथित तौर पर ब्लाउज फाड़ दिया. ऐसा ही कुछ दिल्ली प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्षा अमृता धवन के साथ भी हुआ था.
पिछले दो दिनों से गांव के बार्डर पर बैठी मीडिया को हर तरीके से पुलिसकर्मी रोकने की कोशिश कर रहे हैं और दूसरी तरफ परिवार को जबरन बंद किया हुआ है. शुक्रवार को खेत के रास्ते बचते बचाते पीड़ित परिवार का एक लड़का मीडिया तक पहुंचा और उसने बताया कि उनके ताऊ जी को डीएम साहब ने पैर से छाती पर मारा जिसके बाद वो बेहोश हो गए. लड़के ने ये भी बताया कि उनके पूरे परिवार का मोबाइल फोन पुलिस ने जब्त कर लिया है ताकि वो किसी से बात ना कर सकें.
https://www.youtube.com/watch?v=Jfl_dgMaYYc