Rahul Gandhi on GDP: गैर बीजेपी शासित 7 राज्यों की सरकारें और कई लाख बच्चे कोरोना और बाढ़ के चलते नीट-जेईई मेन्स और मेडिकल एंट्रेंस टेस्ट की तारीख आगे बढ़ाने की मांग कर रहे हैं. हालांकि विरोध के बावजूद सरकार ने परीक्षाओं को कराने का फैसला लिया है जिसके बाद मंगलवार से जेईई मेन्स की परीक्षा का आयोजन शुरू हो गया.
नई दिल्ली: जेईई-नीट और एसएससी परीक्षा के मुद्दे पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को मोदी सरकार पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि युवा नौकरी चाहते हैं, खाली नारे नहीं. राहुल गांधी ने कहा कि मोदी सरकार ने देश के युवाओं के भविष्य को खतरे में डाल दिया है. राहुल गांधी ने ट्विटर पर लिखा ‘मोदी सरकार भारत के भविष्य को खतरे में डाल रही है. अहंकार उन्हें जेईई-नीट उम्मीदवारों की वास्तविक चिंताओं के साथ-साथ एसएससी और अन्य परीक्षा देने वालों की मांगों की अनदेखी करवा रहा है.’ कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि नौकरी दो, खाली नारे नहीं.
गौरतलब है कि करीब गैर बीजेपी शासित 7 राज्यों की सरकारें और कई लाख बच्चे कोरोना और बाढ़ के चलते नीट-जेईई मेन्स और मेडिकल एंट्रेंस टेस्ट की तारीख आगे बढ़ाने की मांग कर रहे हैं. हालांकि विरोध के बावजूद सरकार ने परीक्षाओं को कराने का फैसला लिया है जिसके बाद मंगलवार से जेईई मेन्स की परीक्षा का आयोजन शुरू हो गया.
Modi Govt is jeopardising India's future.
Arrogance is making them ignore the genuine concerns of the JEE-NEET aspirants as well as the demands of those who took SSC and other exams.
Give jobs, not empty slogans.#SpeakUpForSSCRailwayStudents
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 1, 2020
इससे पहले सोमवार को राहुल गांधी ने जीडीपी के आंकड़ों को लेकर सरकार पर हमला बोला था. राहुल गांधी ने जीडीपी विकास दर में भारी गिरावट को लेकर कहा कि अर्थव्यवस्था की बर्बादी नोटबंदी से शुरू हुई थी और उसके बाद से एक के बाद एक गलत नीतियां अपनाई गईं जिसका परिणाम आज जीडीपी के आंकड़े के जरिए देखने को मिल रही है. कांग्रेस नेता ने ट्वीट किया, ‘जीडीपी -23.9 प्रतिशत हो गई। देश की अर्थव्यवस्था की बर्बादी नोटबंदी से शुरू हुई थी. तब से सरकार ने एक के बाद एक ग़लत नीतियों की लाइन लगा दी.’ इसके अलावा, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी सरकार पर अर्थव्यवस्था को डूबोने का आरोप लगाया.
India GDP: भारत की आर्थिक विकास दर में 23.9% की ऐतिहासिक गिरावट, 40 सालों में सबसे बुरा हाल