Sushant Singh Rajput case: स्वामी ने ट्वीट कर लिखा था, जैसे एम्स के डाक्टर्स को सुनंदा पुष्कर के पेट में असली जहर मिला था. वैसा श्रीदेवी और सुशांत के केस में नहीं हुआ. सुशांत ने मौत के दिन दुबई के ड्रग डीलर अयाश खान ने उनसे मुलाकात की थी? आखिर क्यों?" इससे पहले सुब्रमण्यम स्वामी ने एक और ट्वीट कर रिया चक्रवर्ती पर निशाना साधते हुए कहा था कि अगर रिया चक्रवर्ती ऐसे बयान देती हैं जिनका महेश भट्ट से हुई बातचीत से विरोधाभास हुआ तो सच्चाई तक पहुंचने के लिए उन्हें गिरफ्तार कर पूछताछ करने के अलावा कोई रास्ता नहीं रहेगा.
नई दिल्ली: बीजेपी नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने सुशांत सिंह राजपूत केस को लेकर कुछ ऐसा कह दिया है जिससे सनसनी फैल गई है. सुब्रमण्यम स्वामी ने सुशांत को जहर देने का आरोप लगाते हुए कहा कि ऑटोप्सी को जानबूझकर जबरन लेट किया गया, ताकि सुशांत सिंह के पेट में जहर घुल जाए और वो पकड़ में ना आ सके. उन्होंने यह भी कहा कि जो भी इस साजिश के जिम्मेदार हैं, उन पर नकेल कसने की जरूरत है. सुब्रमण्यम स्वामी ने ये भी कहा कि सुशांत को जहर देने वाले हत्यारों और उनकी पहुंच की शैतानी मानसिकता धीरे-धीरे सामने आ रही है.
सोमवार को स्वामी ने ट्वीट कर लिखा था, जैसे एम्स के डाक्टर्स को सुनंदा पुष्कर के पेट में असली जहर मिला था. वैसा श्रीदेवी और सुशांत के केस में नहीं हुआ. सुशांत ने मौत के दिन दुबई के ड्रग डीलर अयाश खान ने उनसे मुलाकात की थी? आखिर क्यों?”
इससे पहले सुब्रमण्यम स्वामी ने एक और ट्वीट कर रिया चक्रवर्ती पर निशाना साधते हुए कहा था कि अगर रिया चक्रवर्ती ऐसे बयान देती हैं जिनका महेश भट्ट से हुई बातचीत से विरोधाभास हुआ तो सच्चाई तक पहुंचने के लिए उन्हें गिरफ्तार कर पूछताछ करने के अलावा कोई रास्ता नहीं रहेगा.
सुब्रमण्यम स्वामी सुशांत सिंह राजपूत की मौत को लेकर लगातार ट्वीट कर रहे हैं. 16 अगस्त को सुब्रमण्यम स्वामी ने सुशांत की मौत के मामले को बॉलीवुड का ‘वॉटरगेट’ और ‘वॉटर लू’ करार दिया था. उन्होंने लिखा था, “सुशांत सिंह राजपूत की हत्या बॉलीवुड, मुंबई पुलिस और महाराष्ट्र सरकार के लिए वॉटरलू और वाटरगेट है. अपनी सीट बेल्ट बांध लीजिए, क्योंकि जब तक दोषी को सजा नहीं मिल जाती, तब तक हम अपनी कोशिश नहीं छोड़ेंगे.
वॉटरगेट घोटाला अमेरिकी राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन से जुड़ा है जो 70 के दशक में हुआ था. इस दौरान रिचर्ड निक्सन पर जासूसी कराने का आरोप लगा था. अमेरिका के अखबार वॉशिंगटन पोस्ट ने इस घटना को उजागर किया था, जिसके बाद निक्सन को इस्तीफा देना पड़ा था.