England vs Australia: ऑस्ट्रेलिया की घरेलू लीग शेफील्ड शील्ड में शानदार प्रदर्शन करने वालों को इस टीम में तरजीह दी गई है। बेशक इंग्लैंड के खिलाफ इन खिलाड़ियों को मौका मिले या न मिले, लेकिन उन्हें सीनियर खिलाड़ियों के साथ नेट प्रैक्टिस करने और उनके साथ समय बिताने का मौका ज़रूर मिलेगा। य़ह उसके इन उभरते खिलाड़ियों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
नई दिल्ली: सितम्बर में इंग्लैंड के खिलाफ वनडे और टी-20 की सीरीज़ के लिए ऑस्ट्रेलिया ने 21 खिलाड़ियों के नाम शॉर्टलिस्ट करके यह साबित कर दिया है कि वह वास्तव में एक पेशेवर टीम है और हर हालत में अच्छे परिणामों के प्रति प्रतिबद्ध है। इस टीम में उसने तीन बड़ी बातों का ख्याल रखा है। पहली बड़ी बात यह है कि ऑस्ट्रेलिया की घरेलू लीग शेफील्ड शील्ड में शानदार प्रदर्शन करने वालों को इस टीम में तरजीह दी गई है। बेशक इंग्लैंड के खिलाफ इन खिलाड़ियों को मौका मिले या न मिले, लेकिन उन्हें सीनियर खिलाड़ियों के साथ नेट प्रैक्टिस करने और उनके साथ समय बिताने का मौका ज़रूर मिलेगा।
य़ह उसके इन उभरते खिलाड़ियों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। रीले मेरेडित, जोश फिलिपे और डेनियल समस ऐसे ही कुछ खिलाड़ी हैं जिन्होंने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में बढ़िया प्रदर्शन करके अपनी दस्तक राष्ट्रीय टीम तक पहुंचाई है। मेरेडित दाएं हाथ के बल्लेबाज़ हैं जबकि डेनियल समस बाएं हाथ के गेंदबाज़ और जब से बाएं हाथ के तेज़ गेंदबाज़ जैसन बेहरनडोर्फ जैसे गेंदबाज़ को टीम से बाहर किया गया है, तब से खासकर डेनिस समस जैसे गेंदबाज़ का महत्व बढ़ गया है। उन्हें जल्दी ही ऑस्ट्रेलिया की 14 सदस्यों की टीम में शामिल किया जा सकता है।
दूसरे, अब ऑस्ट्रेलिया खासकर गेंदबाज़ी में टेस्ट और वनडे के विशेषज्ञ गेंदबाज़ों को अलग अलग श्रेणी में नहीं रखता। तभी तो इस टीम में एडम ज़ैम्पा जैसे विशेषज्ञ लेग स्पिनर के साथ दो टेस्ट क्लास स्पिनरों को टीम में जगह दी गई है। इनमें एक नाथन लॉयन हैं, जिनके नाम पर वर्ल्ड कप से कुछ पहले ही वनडे के लिए विचार किया गया था, जबकि इस खिलाड़ी ने इससे पहले छह सात साल में मुश्किल से दस वनडे खेले थे। इसी तरह अपने स्पिन बॉलिंग अटैक को और विविधतापूर्ण बनाने के लिए एश्टन एगर को इस टीम में शॉर्टलिस्ट किया गया है जबकि एगर की पहचान आमतौर पर टेस्ट क्रिकेटर की है। इसी तरह विकेटकीपिंग के मोर्चे पर मैथ्यू वेड के साथ टेस्ट के विशेषज्ञ विकेटकीपर एलेक्स कैरी को टीम में जगह दी गई है।
टीम में विशुद्ध रूप से सात तेज़ गेंदबाज़ हैं। टेस्ट में वर्ल्ड रैंकिंग में नम्बर वन पैट कमिंस और रफ्तार के सौदागर मिचेल स्टार्क है तो वहीं इंग्लैंड की कंडीशंस के अनुकूल गेंदबाज़ी करने वाले जोश हैज़लवुड हैं। नपी तुली गेंदबाज़ी के लिए मशहूर केन रिचर्ड्सन अटैक में वैराइटी लाते हैं तो वहीं वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया के एंड्रयू टाई खासकर नकल बॉल के लिए जाने जाते हैं। वह आईपीएल में गुजरात लॉयन्स और किंग्स इलेवन के लिए तेज़ गेंदबाज़ी कर चुके हैं और इस साल यूएई में वह राजस्थान रॉयल्स की ओर से गेंदबाज़ी करते दिखाई देंगे। रिले मेरेडित और डेनियस समस के लिए इन दिग्गजों के साथ सीखने के लिए काफी कुछ है। ऑलराउंडर के तौर पर मरकस स्टॉयनिस और मिलियन डॉलर बेबी ग्लेन मैक्सवेल हैं। उसकी बल्लेबाज़ी इस समय दुनिया में बेस्ट है क्योंकि जहां इस समय इंग्लैंड सहित कई टीमों का टॉप ऑर्डर जूझता दिखाई दे रहा है, वहीं ऑस्ट्रेलिया के टॉप चार इस समय दुनिया के बेस्ट बल्लेबाज़ों में से एक हैं। कप्तान आरोन फिंच और डेविड वॉर्नर की जोड़ी शुरुआती ओवरों में खूब रन बटोरने में माहिर है तो वहीं तीसरे नम्बर पर स्टीवन स्मिथ और चौथे नम्बर पर मार्नस लैबुशेन किसी भी गेंदबाज़ी आक्रमण को ध्वस्त करने में माहिर हैं। इसके बाद सीन एबट, मिचेल स्टार्क और दो ऑलराउंडरों (मरकस स्टॉयनिस और ग्लेन मैक्सवेल) के रूप में कई विकल्प मौजूद हैं।
इस सीरीज़ के तीन टी-20 मैच 4 से 8 सितम्बर तक साउथैम्प्टन में और तीन वनडे 11 से 16 सितम्बर तक मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर खेले जाएंगे। ज़ाहिर है कि इस मुक़ाबले में दोनों टीमों के पास खासकर वर्ल्ड क्लास अटैक है लेकिन इंग्लैंड के पास जितना अच्छा अटैक तेज़ गेंदबाज़ी का है, वैसा सीमित ओवर के क्रिकेट का नहीं है। देखना है कि क्या यही अटैक दोनों टीमों के बीच का बड़ा अंतर तो साबित नहीं होगा।
शॉर्टलिस्ट खिलाड़ियों की सूची : आरोन फिंच(कप्तान), सीन एबॉट, एश्टन एगर, एलेक्स कैरी, पैट कमिंस (उपकप्तान), जोश हेजलवुड, मार्नस लाबुशेन, नाथन लियोन, मिचेल मार्श, ग्लेन मैक्सवेल, रिली मेरिथ, जोश फिलिपे, डेनियल सैम्स, केन रिचर्डसन, स्टीव स्मिथ, मिचेल स्टार, मार्कस स्टॉइनिस, एंड्रयू टाई, मैथ्यू वेड, डेविड वार्नर और एडम जैंपा।
(लेखक वरिष्ठ खेल पत्रकार और टीवी कमेंटेटर हैं)