Bihar Assembly Election: बिहार के जातीय समीकरण को देखते हुए विधानसभा चुनाव के मैदान में चंद्रशेखर आजाद की पार्टी के ताल ठोकने को अहम माना जा रहा है. हालांकि चंद्रशेखर आजाद इससे पहले आधिकारिक तौर पर कोई चुनाव लड़ा है लेकिन बिहार विधानसभा में उनकी पार्टी के प्रत्याशी दूसरे दलों के उम्मीदवारों के सामने चुनौती पेश करेंगे. चंद्रशेखर आजाद के मैदान में उतरने से बाकी दलों की चिंता जरूर बढ़ गई है.
पटना: बिहार चुनाव में इस बार भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद की आजाद समाज पार्टी भी अपनी किस्मत आजमा रही है. भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद ने बिहार विधानसभा चुनाव में 243 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. चंद्रशेखर की आजाद समाज पार्टी आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी. चंद्रशेखर आजाद ने पटना में मंगलवार को इसकी घोषणा की.
बिहार के जातीय समीकरण को देखते हुए विधानसभा चुनाव के मैदान में चंद्रशेखर आजाद की पार्टी के ताल ठोकने को अहम माना जा रहा है. हालांकि चंद्रशेखर आजाद इससे पहले आधिकारिक तौर पर कोई चुनाव लड़ा है लेकिन बिहार विधानसभा में उनकी पार्टी के प्रत्याशी दूसरे दलों के उम्मीदवारों के सामने चुनौती पेश करेंगे. चंद्रशेखर आजाद के मैदान में उतरने से बाकी दलों की चिंता जरूर बढ़ गई है क्योंकि चंद्रशेखर आजाद के पास खोने के लिए कुछ नहीं है लेकिन बाकी दलों खास तौर पर सत्ताधारी जेडीयू के पास बहुत कुछ है जो एंटी इनकमबेंसी का सामना कर रही है.
बिहार के चुनावी मैदान में जनता दल यूनाइटेड (जदयू), राष्ट्रीय जनता दल (राजद), भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी), हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) और कांग्रेस जैसी मुख्य पार्टियां मैदान में होंगी. लेकिन अब बिहार की सियासत में आजाद समाज पार्टी के मैदान में आने से माना जा रहा है कि सियासी समीकरण बिगड़ेगा. खास तौर पर पिछड़ी जातियों के वोट बटेंगे.
गौरतलब है कि अगले कुछ महीने में बिहार विधानसभा चुनाव होने हैं. चुना आयोग ने कोरोना के चलते चुनाव को आगे बढ़ाने की मांग को खारिज कर दिया था जिसके बाद माना जा रहा है कि इस साल के अंत तक बिहार में विधानसभा चुनाव होंगे.