Babri Masjid demolition case: बाबरी विध्वंस मामले में 24 जुलाई को लाल कृष्ण आडवाणी की पेशी है. आडवाणी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सीबीआई की विशेष अदालत के सामने पेश होंगे. इस दौरान बाबरी विध्वंस को लेकर उनका बयान भी दर्ज होगा. 6 दिसंबर 1992 को कार सेवकों द्वारा अयोध्या में बाबरी मस्जिद ढहाई दी गई थी. इस मामले में एलके आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती और कल्याण सिंह के खिलाफ मुकदमा चल रहा है.
नई दिल्ली: बाबरी मस्जिद विध्वंस केस में पेशी से पहले बीजेपी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी ने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की है. सूत्रों के मुताबिक बाबरी मस्जिद विध्वंस केस में आडवाणी की पेशी से पहले दोनों नेताओं के बीच इसके अहम पहलुओं पर बात हुई. इस दौरान बीजेपी के सीनियर नेता भूपेंद्र यादव भी साथ थे. गौरतलब है कि बाबरी विध्वंस मामले में 24 जुलाई को लाल कृष्ण आडवाणी की पेशी है. आडवाणी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सीबीआई की विशेष अदालत के सामने पेश होंगे. इस दौरान बाबरी विध्वंस को लेकर उनका बयान भी दर्ज होगा.
आपको बता दें कि बीजेपी के वरिष्ठ नेता आडवाणी राम मंदिर निर्माण आंदोलन के अगुवा रहे हैं. 6 दिसंबर 1992 को कार सेवकों द्वारा अयोध्या में बाबरी मस्जिद ढहाई दी गई थी. इस मामले में एलके आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती और कल्याण सिंह के खिलाफ मुकदमा चल रहा है. 5 अगस्त को अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन का कार्यक्रम है जिसकी आधारशिला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रखेंगे. बताया जा रहा है कि इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए एलके आडवाणी को भी न्योता दिया जा सकता है.
इस मामले में उमा भारती, कल्याण सिंह अदालत के सामने अपना बयान दे चुके हैं अब 23 जुलाई को मुरली मनोहर जोशी और 24 जुलाई को एलके आडवाणी सीआरपीसी की धारा 313 के तहत अपना बयान जज के सामने दर्ज कराएंगे. सीबीआई की विशेष अदालत के जज एस के यादव ने इस मामले में दोनों नेताओं के बयान दर्ज कराने के लिए तारीख तय की है. सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर सीबीआई की विशेष अदालत इस मामले की रोजाना सुनवाई कर रही है, ताकि इस केस की सुनवाई को 31 अगस्त तक पूरा किया जा सके.