पटना. आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद की रविवार को आयोजित राघोपुर रैली में दिए बयान से चुनाव आयोग भी नाराज़ हो गया है. सूत्रों की माने तो आयोग लालू से इस संबंध में जवाब मांगने की तैयारी कर रहा है. सभा के दौरान खुलेआम जाति के आधार वोट मांगने को आयोग ने गंभीरता से लेते हुए इस ओर कार्रवाई की बात कही है. आयोग की ओर से कहा गया कि मुख्य चुनाव अधिकारी इस ओर संज्ञान लेंगे.
क्या बोला चुनाव आयोग
चुनाव आयोग ने सोमवार को कहा, ‘हमने अपने सभी अधिकारियों से निष्पक्ष चुनाव करवाने के निर्देश दिए हैं. सांप्रदायिक सौहार्द को बनाए रखना हमारी जिम्मेदारी है. अगर कोई धर्म या जाति के आधार पर वोट मांगता पाया जाता है तो हम उसके खिलाफ कार्रवाई करेंगे. मुख्य चुनाव अधिकारी राघोपुर रैली के दौरान जाति के नाम पर वोट मांगने के मामले में लालू प्रसाद के खिलाफ संज्ञान लेंगे.’
लालू ने क्या कहा था
रविवार को राघोपुर विधानसभा क्षेत्र के तेरसिया में RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद ने अपने बेटे तेजस्वी यादव के साथ चुनाव प्रचार की शुरुआत की. रैली को संबोधित करते हुए लालू ने सीधे शब्दों में कहा कि यह बैकवर्ड और फॉरवर्ड की लड़ाई है. लालू ने यादव कार्ड खेलते हुए कहा, ‘यदुवंशियों सावधान. बीजेपी वाला आपको बेवकूफ समझता है, उनको लगता है आपका वोट बंट जाएगा. लालू को जब भैंस कमजोर नहीं कर सका तो और कौन कर लेगा.’ लालू बोलते रहे और लोग तालियां बजाते रहे. लालू ने कहा, ‘सब कहता है ललुआ आ जाएगा, ललुआ आ जाएगा, ललुआ आ जाएगा तो रोक कौन लेगा?’
अब तक 9 करोड़ रुपये हुए जब्त
आयोग की ओर से बताया कि आदर्श आचार संहिता का ध्यान रखते हुए अब तक 9 करोड़ रुपये जब्त किए गए हैं. प्रशासनिक स्तर पर खास तौर पर निर्देश दिए गए हैं कि शराब और पैसे के बल पर वोटरों को रिझाने जैसी किसी भी खबर को गंभीरता से लिया जाए. खासकर मतदान के 72 घंटे पहले इस ओर विशेष सतर्कता बरती जाए. नक्सल इलाकों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है ताकि लोग बेखौफ अपने मताधिकार का इस्तेमाल करें.